भोपाल: कोरोना के तीसरी लहर के संभावनाओं को देखते हुए मध्यप्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में परिक्षाएं आयोजित कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। स्कूलों की बोर्ड परिक्षाएं ऑफलाइन मोड में ही ली जाएगी वहीं कुछ कॉलेजों को छोड़कर सभी कॉलेजों में भी एग्जाम ऑफलाइन मोड में ही लिए जाएंगे। यदि कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ते हैं तो कॉलेज ऑनलाइन मोड में भी परिक्षा ले सकते हैं। चूकी प्रदेश में तीसरी लहर की आशंका जताई गई है इसलिए कॉलेज एंव विश्वविधालय परिसरों ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है।
मध्य प्रदेश की यूनिवर्सिटी ने अपने एग्जाम डेट को आगे बढ़ा दिया है। वहीं राज्य शासन की तरफ से निर्णय कॉलेजों पर छोड़ा गया है। कॉलेज द्वारा परीक्षाएं दोनों मोड में ली जा सकती हैं इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। वहीं कॉलेज एडमिनीस्ट्रेशन का कहना है कि छात्र जिस मोड में चाहेंगें परिक्षाएं उसी माध्यम से ली जाएंगी।
प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते हुए मामले को देखते हुए छात्रों की मांग है कि प्रदेश में परिक्षाएं ऑनलाइन मोड में ही लिए जाएं। वहीं प्रदेश के चार विश्वविधालयों में परिक्षाएं आयोजित होनी हैं जिन्हें कॉलेज प्रशासन ने ऑफलाइन मोड में कराने का फैसला लिया है आपको बता दें कि छात्रों को परिक्षाएं कॉलेज परिसर में ही जाकर ही देनी होगी। उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है।
हालांकि अभी क्लासेस 50 फीसद उपस्थिति के साथ ही संचालित की जाएगी। विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज के छात्रों की संख्या और संसाधनों को देखते हुए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों में ले सकते हैं वहीं इस आदेश में यह भी कहा गया है कि सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटी पीजी फर्स्ट और थर्ड सेमेस्टर की परीक्षाएं के सेफ मोड में आयोजित कराने का फैसला खुद ले सकेंगे।