इंदौर। कहते हैं जहां चाह वहां राह। हालांकि यह लाइन ज्यादातर बड़ों के लिए इस्तेमाल की जाती है। अगर कोई आपसे बच्चों के लिए इस लाइन का इस्तेमाल करने के लिए कहे, तो आप शायद ही करें। लेकिन एक बच्चे ने कुछ ऐसा किया है कि इस लाइन को उसके लिए इस्तेमाल करने पर मैं मजबूर हो गया हूं।
यह बच्चा मध्य प्रदेश के इंदौर का रहने वाला है। जिसका नाम मास्टर यथार्थ जैन (Master Yatharth Jain) है। यथार्थ ने सबसे युवा वैज्ञानिक का तमगा हासिल किया है। 5 वर्षीय मास्टर यथार्थ जैन ने एक आविष्कार किया है। उसके काम को भारत सरकार ने पेटेंट के रूप में पंजीकृत भी किया है। यथार्थ ने एक सुविधाजनक बोतल का डिजाइन किया है।
अपर केजी में पढ़ता है यथार्थ
यथार्थ इंदौर के मिनी हाइट्स स्कूल में अपर केजी में पढ़ता है। उसने विशेष रूप से खिलाड़ियों और यात्रियों के उपयोग के लिए एक बोतल का आविष्कार किया है, यथार्थ का कहना है कि बोतल डिजाइन पेटेंट की अवधारणा खिलाड़ियों और यात्रियों के उपयोग के लिए स्पिल प्रूफ बोतल प्रदान करना है। बोतल भौतिकी की अवधारणाओं का उपयोग करके बनाई गई है।
ऐेसे काम करता है बोतल
उसने इस बोतल में “नियंत्रित दबाव की अवधारणा का इस्तेमाल किया है। अवधारणा यह है कि याथार्थ की बोतल के ऊपर एक नल है और बोतल नरम और सुरक्षित प्लास्टिक की है जब कोई बोतल में पानी भरना या कोई पेय पीना चाहे तो यह अत्यधिक सुविधाजनक होगा। पहले उपयोगकर्ता बोतल का नल खोलकर मुंह में रखेगा फिर भी पानी या कोई पेय पदार्थ नहीं निकलेगा। फिर नल से पानी बाहर आने देने के लिए उपयोगकर्ता को बोतल को निचोड़ने के लिए नियंत्रित दबाव डालना होगा जब तक बोतल को निचोड़ा नहीं जाता तब तक खुले नल से पेय नहीं निकलेगा और प्रेशर बंद होते ही पानी की सप्लाई भी बंद हो जाएगी, इसलिए पूरा आविष्कार “नियंत्रित दबाव की अवधारणा पर है।”
यहां से आया आइडिया
वहीं मास्टर यथार्थ की मां डॉ चारुल जैन का कहना है कि जब भी यथार्थ अपने गेम खेल कर बाहर से घर आता और बोतल से पानी पीता था तो पानी गिर जाता था। उसका कहना था कि मां ऐसी कोई बॉटल क्यों नहीं आती जिससे पानी न गिरे। इसी सोच के साथ यथार्थ ने इस बॉटल का अविष्कार किया। जिस देख मैं भी चौंक गई, जिसके बाद भारत सरकार को बॉटल का डिजाइन भेजा। पहले 45 दिन अपने ऑनलाइन पोर्टल पर चेक किया। उन्होंने इसे माना यूनिक डिजाइन है तब जाकर इसे पेटेंट अप्रूवल मिला है। बहरहाल यथार्थ बड़े होकर एक बड़े वैज्ञानिक बनने और अपने देश का नाम रोशन करना चाहते हैं।