भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी के स्वर्ण जयंती सभाकक्ष में इंडियन इकोनामी एसोसिएशन के 104 वें राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब हम मनुष्य के विकास का चिंतन करें तो मन के सुख, बुद्धि के सुख, आत्मा के सुख का भी विचार करना चाहिए तभी हम विकास की सही दिशा में आगे बढ़ सकते हैं और मनुष्य का समुचित विकास माना जाएगा।
इंडियन इकॉनामिक एसोसिएशन के104वें वार्षिक सम्मेलन का शुभारंभ। #Bhopal @AIGGPA https://t.co/MEhtERCFg1
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) December 25, 2021
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देशभर के ख्याति प्राप्त अर्थशास्त्री इस तीन दिवसीय संगोष्ठी में भोपाल आए हैं। इनका मध्य प्रदेश में हार्दिक स्वागत है। मध्य प्रदेश की अर्थ नीति के निर्धारण में इनके उपाय महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे। सीएम ने कहा कि मनुष्य को केवल शारीरिक सुख नहीं: मन, बुद्धि और आत्मा का भी सुख चाहिये। भौतिक सुखों के साथ दूसरों के जीवन में सुख के लिए जो कार्य किये जाते हैं, उससे अंतर्मन आनंदित होता है।
हमारे अर्थशास्त्री सभी के कल्याण का चिंतन करने वाली भारतीय संस्कृति को आधार बनाकर विचार रखें, तो मनुष्य के विकास के साथ ही पर्यावरण का भी संरक्षण हो सकेगा।
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सीएम ने कहा मनुष्य का वास्तविक विकास और सुख का आधार भारतीय संस्कृति के धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष के सिद्धांत में स्थापित है। संगोष्ठी में अर्थव्यवस्था के विभिन्न आयामों पर चर्चा होगी। विचार विमर्श के सत्र होंगे। पर्यटन के क्षेत्र में, उद्योग के क्षेत्र में, समावेशी विकास के लिए, कृषि क्षेत्र में किस तरह से नवीन प्रकल्प संचालित हों, यह संगोष्ठी सहायक सिद्ध होगी।