भोपाल। प्रदेश में बोर्ड परीक्षार्थियों MP Board Good News के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आ सकती है। सीबीएसई की दर्ज पर एमपी बोर्ड में भी बहुत जल्द सेमेस्टर सिस्टम लागू किया जा सकता है। इसको लेकर संभावना जताई जा रही है। ऐसा इसलिए करने पर विचार किया जा रहा है। ताकि बच्चों पर पढ़ाई को लेकर हो रहे तनाव कुछ हद तक कम किया जा सके।
दरअसल गुरुवार को शहर के मिंटोे हाल में नई शिक्षा नीति 2020 को लेकर एक दो दिवसीय संगोष्ठी हुई। जिसमें माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव उमेश कुमार सिंह ने इस बात के संकेत दिए हैं। उनका कहना है इस बात को लेकर विचार किया जा रहा है। सचिव सिंह के अनुसार हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर चार सेमेस्टर प्रणाली तो यहां लागू नहीं की जा सकती पर लेकिन दो सेमेस्टर प्रणाली लागू करने को लेकर विचार चल रहा है। इतना ही नहीं साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब कौशल विकास आधारित पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। इसका फायदा ये होगा कि साइंस के स्टूडेंट अन्य विषयों कला कौशल के विषयों को भी साथ में अध्ययन कर सकते हैं।
पूरे भारत में शिक्षा का स्तर एक जैसा हो एवं वर्तमान भावी पीढ़ी को उक्त नवीन शिक्षा नीति से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। बता दें, कि माशिम ने नई शिक्षा नीति के अनुसार कुछ बदलाव भी किए हैं और आगामी समय में बदलाव करने जा रही है। सेमिनार में सभी बोर्ड के अध्यक्ष, सचिव नई शिक्षा नीति में किए जा रहे बदलाव पर अपने विचार रखें। साथ ही यह भी बताया कि उन्होंने अपने-अपने बोर्ड में क्या बदलाव किए हैं। विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए किस प्रकार की शिक्षा दी जाए। इसके अलावा विद्यार्थियों की परीक्षा स्तर पर कैसा रहेगा। प्रश्नपत्रों के पैटर्न में क्या बदलाव किया जा सकता है।
मप्र बोर्ड में इन बड़े बदलावों की है संभावना —
- ओपन बुक पद्धति और आनलाइन परीक्षा की भी संभावना है।
- दो सेमेस्टर प्रणाली हो सकती है लागू।
- साइंस के स्टूडेंट आर्ट के विषयों जैसे म्यूजिक या पेंटिंग को भी साथ में ले सकते हैं।
- कौशल विकास आधारित शिक्षा पर जोर दिया जाएगा।
- वस्तुनिष्ट प्रश्नों की संख्या अधिक होगी।
- कांसेप्ट बेस्ट प्रश्नों को तैयार किया जाएगा।