नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार से हितधारकों के साथ परंपरागत बजट-पूर्व विचार-विमर्श शुरू करेंगी। इसके तहत वित्त मंत्री पहली बैठक कृषि और कृषि प्रसंस्करण उद्योग के विशेषज्ञों के साथ करेंगी। सीतारमण कोविड-19 महामारी से प्रभावित उपभोग को फिर बढ़ाने और वृद्धि को बढ़ावा देने के उपायों पर उद्योग संघों, किसान संगठनों और अर्थशास्त्रियों समेत विभिन्न हितधारकों से मंत्रणा करेंगी। चालू वित्त वर्ष 2021-22 में आर्थिक वृद्धि दर 10 प्रतिशत से अधिक रहने की उम्मीद है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी ताजा द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में 2021-22 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 9.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
सरकार का अनुमान है कि राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 6.8 प्रतिशत रह सकता है। वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट 2022-23 के मद्देनजर कल 15 दिसंबर, 2021 से नयी दिल्ली में विभिन्न हितधारकों के समूहों के साथ बजट-पूर्व विचार-विमर्श शुरू करेंगी। ये बैठकें डिजिटल तरीके से होंगी।’’ आम बजट एक फरवरी को पेश होने की उम्मीद है। एक अन्य ट्वीट में कहा गया, ‘‘वित्त मंत्री अपनी पहली बजट-पूर्व मंत्रणा कृषि और कृषि प्रसंस्करण उद्योग के विशेषज्ञों के साथ कल दोपहर को करेंगी।’’ अगले वर्ष का बजट मांग बढ़ाने, नौकरियों के सृजन और अर्थव्यवस्था को आठ प्रतिशत की वृद्धि दर की राह पर ले जाने जैसे उपायों पर केंद्रित रहने की उम्मीद है।