नई दिल्ली। दुनिया भर में लोग चाय के दीवाने हैं, खासकर जब बात भारत की हो तो क्या कहें। यहां की चाय किसी अमृत से कम नहीं है। देश के हर गली-नुक्कड़ पर आपको चाय की दुकानें मिल जाएंगी। आमतौर पर एक कप चाय की कीमत 5 रुपये से 10 रुपये के बीच होती है। अगर आप किसी फाइव स्टार होटल में चाय पीते हैं तो यहां आप रेट में अंतर देख सकते हैं।
दुनिया की सबसे महंगी चाय
वहीं, चाय बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीजों में मुख्य रूप से चाय की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है। चाय की पत्ती की कीमत की बात करें तो 1 किलो की कीमत 1 हजार रुपये के करीब है। हालांकि, यह कंपनी-कंपनी पर निर्भर करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे महंगी चाय की पत्ती कौन सी है। नहीं जानते, चलिए आज हम आपको इसके बारे में बताते हैं।
रिकॉर्ड कीमत पर किया गया निलाम
दरअसल दुनिया की सबसे मंहगी चाय की पत्ती असम के एक चाय बागान की है। जिसके एक किलो गोल्डन टिप पत्तियों को 99,999 रुपये की रिकॉर्ड कीमत पर नीलाम किया गया। गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र (जीटीएसी) में मंगलवार को इसे नीलाम किया गया। इसकी ब्रांडिंग मनोहारी गोल्ड के रूप में की जाती है। डिब्रूगढ़ जिले के इस चाय को गुवाहाटी स्थित थोक व्यापारी सौरभ टी ट्रेडर्स द्वारा खरीदी गई।
हम इस दावे की पुष्टि नहीं करते
टी एस्टेट के अनुसार, ”यह भारत में कहीं भी, किसी भी वर्ष, किसी भी नीलामी में, किसी भी चाय द्वारा प्राप्त की गई सबसे अधिक कीमत है। हालांकि बंसल न्यूज इस दावे की पुष्टि नहीं करता। सौरभ टी ट्रेडर्स के सीईओ एमएल माहेश्वरी ने कहा, “इस विशेष चाय की मांग बहुत अधिक है और उत्पादन बहुत कम है। इस साल मनोहरी टी एस्टेट द्वारा केवल एक किलोग्राम की नीलामी की गई थी।”
बगीचे के मालिक ने नीलाम करने का फैसला किया था
उन्होंने कहा, “हम इस चाय को खरीदने के लिए लंबे समय से कोशिश कर रहे थे। बगीचे के मालिक ने हमें निजी तौर पर बेचने से मना कर दिया और इसे नीलाम करने का फैसला किया। हम भाग्यशाली थे कि आखिरकार जब इसकी नीलामी हुई तो हम इसे खरीदने में सफल रहे।”
2018 में भी रिकॉर्ड कीमत पर नीलाम किया गया था
आपको बता दें कि 2018 में, उसी ब्रांड की एक किलो चाय को 39,000 रुपये की रिकॉर्ड कीमत पर नीलाम किया गया था। इसे सौरभ टी ट्रेडर्स ने खरीदा था। एक साल बाद, उसी कंपनी ने 50,000 रुपये की कीमत पर एक ही चाय का एक किलो खरीदा। पिछले साल एक किलो की कीमत 75,000 रुपये थी और इसे विष्णु टी कंपनी ने खरीदा था।
क्या है इसकी खासियत
अधिकांश चायों के विपरीत, मनोहरी गोल्ड चाय की कलियों से बनता है न कि पत्तियों से और एक कठिन प्रक्रिया से गुजरता है। कलियों को मई और जून में दूसरे फ्लश सीजन में सुबह जल्दी तोड़ा जाता है।