उना। गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के उना तालुका में रात भर तूफानी मौसम के बीच समुद्र तट के पास लगी नौकाओं के नष्ट हो जाने और डूब जाने से कम से कम आठ मछुआरे लापता हो गए। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
उना तालुका के मामलातदार (राजस्व अधिकारी) आर आर खांभरा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि लापता आठ मछुआरों को खोजने के लिए बृहस्पतिवार को सुबह तटरक्षक बल के एक हेलीकॉप्टर की मदद से बचाव अभियान शुरू किया गया। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि तट पर खड़ी कम से कम 10 नौकाएं पूरी तरह से नष्ट हो गईं और 40 अन्य नौकाएं तूफानी मौसम के कारण आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं।
खांभरा ने बताया, ‘‘मौसम में आए बदलाव के कारण नवाबंदर गांव के पास आधी रात के बाद तेज हवाएं चलीं और समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगीं। शुरू में 12 मछुआरे लापता हुए थे लेकिन उनमें से चार तैरकर किनारे पर आ गए, जबकि आठ का अभी तक कोई पता नहीं है। तटरक्षक बल द्वारा भेजे गए एक हेलीकॉप्टर की मदद से हमने बचाव अभियान शुरू कर दिया है।’’
नवाबंदर के सरपंच सोमवर मजीठिया के अनुसार, जब मौसम में अचानक आए बदलाव के बाद आधी रात के आसपास तेज हवाएं चलीं और ऊंची लहरें उठने लगीं, उस वक्त मछुआरे तट के पास ठहरी हुई नौकाओं में सो रहे थे। मजीठिया ने बताया, ‘‘आधी रात के बाद आंधी जैसे हालात बने। हमें पता चला है कि खराब मौसम के कारण तट के पास नावों के नष्ट हो जाने और डूब जाने के बाद से आठ मछुआरे लापता हैं। तेज हवाओं के बीच 10 नौकाएं पूरी तरह से नष्ट हो गईं, लगभग 40 अन्य नौकाओं को भी नुकसान पहुंचा।’’