भोपाल। बैंकों के निजीकरण के विरोध के चलते शहर में बैंक कर्मचारियों ने दो दिन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। जिसके चलते अब भोपाल के सभी बैंकों के कर्मचारी 16 और 17 नवंबर को हड़ताल पर जाएंगे। इसके बाद शनिवार और रविवार होने से बैंक चार दिन बंद रहेंगे। प्रदेश की सभी सात हजार ब्रांचों पर ताले लटकेंगे। जिसमें भोपाल की 300 ब्रांचें हैं। इसमें 5 हजार कर्मचारी भी शामिल होंगे। आपको बता दें बैंकों के निजीकरण के विरोध में ये सभी कर्मचारी लामबंद होने जा रहे हैं। यूनियन के को—आर्डिनेटर के अनुसार यदि सरकार मांगों पर ध्यान नहीं देती है तो यह हड़ताल अनिश्चित कालीन के लिए की जा सकती है।
16 और 17 दिसंबर को बंद रहेंगे बैंक —
प्रदेश व्यापी इस हड़ताल में एमपी की करीब 7 हजार बैंकों के 40 हजार बैंककर्मी 16 और 17 दिसंबर को होने वाली इस हड़ताल में शामिल होंगे। जिसके चलते इन सभी बैंकों में 16 और 17 दिसंबर को काम बंद रहेगा। भोपाल में 300 ब्रांच है। जिसके 5 हजार बैंककर्मी इस हड़ताल में शामिल रहेंगे। वे बैंकों के निजीकरण को लेकर किए जा रहे प्रयासों का विरोध जताएंगे।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस करेगा हड़ताल —
आपको बता दें यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आव्हान पर यह देश व्यापी हड़ताल होने जा रही है। यूनियंस के को-ऑर्डिनेटर वीके शर्मा और संयोजक संजीव सबलोक ने बताया, देशव्यापी हड़ताल में मध्यप्रदेश के सभी बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी हिस्सा लेंगे।
इन मांगों के चलते कर रहे हैं हड़ताल —
यूनियंस के को-ऑर्डिनेटर शर्मा के अनुसार सरकार द्वारा बैंकों के निजीकरण को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिसे लेकर देशभर विरोध कर रहे हैं। इसलिए यूनियन द्वारा फैसला लिया गया है कि 16 और 17 दिसंबर को हड़ताल करके सरकार को चेताएंगे। यदि सरकार ऐसे प्रयास नहीं रोकती है तो आगे भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।
निपटा लें जरूरी काम
16 और 17 दिसंबर को हड़ताल के चलते इन दो दिनों में बैंक का काम पूरी तरह ठप रहेगा। वहीं, हड़ताल के बाद 18 दिसंबर को शनिवार है। ऐसे में ज्यादा काम नहीं होगा। वहीं, 19 दिसंबर को रविवार होने से बैंक की छुट्टी रहेगी। ऐसे में लोग हड़ताल से पहले अपने जरूरी काम निपटा लें। ताकि, किसी प्रकार की दिक्कतें न हों।