रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में किरंदुल-विशाखापत्तनम रेल मार्ग पर नक्सलियों ने पटरियों को उखाड़ दिया है, जिससे इस घटना में एक मालगाड़ी के तीन इंजन और 18 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। इस हादसे में किसी के भी हताहत होने की जानकारी नहीं है। हालांकि जगदलपुर और किरंदुल के बीच ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई है। दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने शनिवार को बताया कि नक्सलियों ने शुक्रवार रात जिले के भांसी और कामालूर रेलवे स्टेशनों के मध्य पटरियों को उखाड़ दिया है, जिससे मालगाड़ी के तीन इंजन और 18 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं।
विशाखापत्तनम के लिए रवाना हुई ट्रेन
पल्लव ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि लौह अयस्क से लदी ट्रेन बचेली से विशाखापत्तनम के लिए रवाना हुई थी। जब वह भांसी और कामालूर रेलवे स्टेशनों के मध्य पहुंची तब शुक्रवार रात करीब 8.30 बजे उसके तीन इंजन और 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों और रेल विभाग के अधिकारी घटनास्थल पहुंच गए थे। पटरियों के मरम्मत का कार्य शुरू किया जा रहा है। इस मार्ग पर रेल सेवा बहाल होने में कुछ समय लग सकता है। जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों के भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने पटरी से उतरे ट्रेन के डिब्बों पर बैनर लगाया है। जिसमें उन्होंने गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) में हुई मुठभेड़ की घटना का विरोध किया है तथा शनिवार को एक दिन के बंद का आह्वान किया है। गढ़चिरौली जिले के मरदनटोला गांव के जंगल में सुरक्षाबलों ने इस महीने की 13 तारीख को मुठभेड़ में नक्सली नेता मिलिंद तेलतुंबड़े समेत 26 नक्सलियों को मार गिराया था।