उज्जैन। प्रदेश समेत पूरे देश में कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर की आशंका अब कम होती दिख रही है। इसी को लेकर सरकार द्वारा कोरोना प्रतिबंधों को कम किया जा रहा है। बीते दिनों प्रदेश में कोरोना महामारी के समय लगाए गए सभी प्रतिबंधों को हटा दिया है। अब शादियों में डीजे और लोगों के आने-जाने पर कोई रोक-टोक नहीं होगी। वहीं अब महाकाल मंदिर भी लगे प्रतिबंधों को हटाया जा रहा है। लंबे समय से श्रद्धालुओं को गर्भगृह में दर्शन करने की अनुमति नहीं थी। अब श्रद्धालुओं को गर्भगृह से बाबा महाकाल के दर्शन करने की अनुमति दी जा रही है। इसको लेकर मंदिर मैनेजमेंट ने फैसला लिया है। अब 6 दिसंबर के बाद से कोरोना के पहले जैसी सभी व्यवस्थाएं लागू कर दी जाएंगी। नियमानुसार 1500 रुपए की रसीद कटाना होगी। एक रसीद पर दो लोग साथ जा सकेंगे। श्रद्धालु अपने हाथों से भगवान महाकाल को जल और दूध चढ़ा सकेंगे। करीब पांच साल पहले ये व्यवस्था शुरू की गई थी, लेकिन कोरोना के चलते इस पर रोक लगा दी गई थी। यह निर्णय गुरुवार को महाकाल प्रबंध समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में समिति के अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल, प्रशासक गणेश धाकड़, पं. आशीष गुरु, विजय गुरु, दीपक मित्तल आदि मौजूद थे।
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