नई दिल्ली। दिल्ली में लोग बिजली से चलने वाले वाहनों को तेजी से अपनाते जा रहे हैं और हाल के महीनों में सीएनजी और हाइब्रिड ईंधन के वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण में इजाफा हुआ है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जुलाई से सितंबर के महीने के बीच, दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग में पंजीकृत कुल वाहनों में से सात प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन थे जबकि सीएनजी वाहन छह प्रतिशत थे। इस अवधि में डेढ़ लाख से ज्यादा वाहन पंजीकृत हुए जिसमें 7,869 इलेक्ट्रिक वाहन, 6857 सीएनजी वाहन, 7257 सीएनजी और पेट्रोल से चलने वाले वाहन और पेट्रोल तथा डीजल से चलने वाले 93,091 वाहन थे। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि हमें अपनी इलेक्ट्रिक वाहन नीति के अच्छे नतीजे देखने को मिल रहे हैं और ऐसे वाहनों की अपनाने वालों की संख्या बढ़ रही है। हम दिल्ली को देश की इलेक्ट्रिक वाहन राजधानी बनाना चाहते हैं जो कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सपना है। दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहन नीति अगस्त 2020 में आई थी और तभी से इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण शुरू हुआ।
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