रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर फिर एक बार बढ़ने लगा है। प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या में भी वृद्धि होने लगी है। बिलासपुर और दुर्ग से डराने वाली खबर सामने आई है। यहां 27 अक्टूबर को कोरोना से एक-एक मरीजों की मौत हुई है। बता दें कि दुर्ग में 39 दिन बाद कोरोना से किसी मरीज ने दम तोड़ा है। वहीं बिलासपुर में 7 दिनों बाद संक्रमण से दूसरी मौत का मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामले के बाद यहां एक्टिव मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। वहीं 28 अक्टूबर को प्रदेश के जगदलपुर जिले में कोरोना का बड़ा विस्फोट हुआ है। यहां डिमरापाल अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के 10 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
जानकारी के मुताबिक फेयरवैल पार्टी के दौरान बाहरी व्यक्ति से यह संक्रमण फैला है। सह अस्पताल अधीक्षक नवीन दुल्हानी के मुताबिक अभी केवल 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। लेकिन इलाके में मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है।
दो मरीजों की मौत
बिलासपुर में 7 दिनों के अंदर कोरोना से दो मरीजों की मौत हुई है। इसमें 20 अक्टूबर को यदुनन्दननगर निवासी एक 84 वर्षीय बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हुई थी। वहीं बुधवार को 73 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला ने भी इलाज के दौराम दम तोड़ दिया है। बता दें कि बिलासपुर में दो हफ्ते पहले तक मौत का आंकड़ा शून्य पर था लेकिन त्योहारी सीजन के चलते जिले में फिर एक बार कोरोना का संकट बढ़ने लगा है। जनकारी के मुताबिक प्रदेश में जिन लोगों की कोरोना से मौत हुई है। उनमें वे मरीज शामिल है जिन्होंमे वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लिया था या फिर एक ही डोज लगाया था।
सबसे प्रभावित राज्यों में से एक था छत्तीसगढ़
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में छत्तीसगढ़ काफी प्रभावित हुआ था। यहां रोजाना एक लाख से भी ज्यादा मरीज सामने आ रहे थे। दूसरी लहर में छत्तीसगढ़ में काफी हाहाकार मचा था। हालांकि सरकार ने कोरोना काल में काफी अस्थाई इंतजाम किए थे। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने स्टेडियम में अस्थाई अस्पताल बना दिया था। वहीं अब कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि होने के बाद सरकार की चिंता फिर से बढ़ गई है। हालांकि तीसरी लहर की भी लगातार चेतावनी दी जा रही है। इसी को लेकर सरकारें पूरी तैयारी कर रही हैं।