राजस्थान। राजस्थान के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने मंत्री पद छोड़ने की इच्छा जताई है और इस बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पार्टी आलाकमान को अवगत करा दिया है। पार्टी ने चौधरी को हाल में पंजाब का प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया है और चौधरी पंजाब में संगठन को अधिक समय देना चाहते हैं ताकि एक बार फिर वहां कांग्रेस की सरकार बने। चौधरी ने कहा कि वह ‘‘’एक व्यक्ति एक पद’’ की विचारधारा में विश्वास रखते हैं और चाहते हैं कि पार्टी ने उन्हें जो नयी जिम्मेदारी दी है उसे समर्पित भाव से निभा सकें। अपनी इस सोच से उन्होंने पार्टी आलाकमान को अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, हमारे प्रदेश प्रभारी व मुख्यमंत्री इससे अवगत करा दिया है।’’
इसके साथ ही चौधरी ने कहा कि वह मंत्री पद से अपने इस्तीफे को लेकर किसी तरह के विवाद या अटकलबाजी को हवा नहीं देना चाहते। उन्होंने कहा कि, ‘‘यह मेरी सोच है, जिससे मैंने पार्टी आलाकमान को अवगत कराया है।’’ उल्लेखनीय है कि पार्टी आलाकमान ने हाल में चौधरी को पंजाब के लिए प्रदेश प्रभारी बनाया है। चौधरी ने कहा कि वह अपनी नयी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा व जिम्मेदारी से निभाना चाहते हैं। पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं के बारे में चौधरी ने कहा कि वह बीते कुछ महीने से पंजाब में पार्टी संगठन को देख-समझ रहे हैं और उनके हिसाब से चीजें अब भी पकड़ में हैं और पार्टी बहुमत से सरकार बनाएगी।
दिल्ली में मौजूद चौधरी की बुधवार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात हुई और उन्होंने संगठन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। हरीश चौधरी राज्य की बायतू सीट से विधायक हैं और अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार में राजस्व मंत्री हैं। उनकी गिनती राज्य के सबसे कद्दावर मंत्रियों में होती है। साथ ही उन्हें राहुल गांधी का भी करीबी माना जाता है। चौधरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि राज्य के गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल संभावित है।