भोपाल। फिल्म निर्माताओं पर मनोरंजन के नाम पर सनातन धर्मावलंबियों (हिंदू धर्म) की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए भाजपा की भगवाधारी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सोमवार को कहा कि भारत भक्ति अखाड़ा ‘फिल्म और वेब सीरीज’ के बनने से पहले ही उसकी पटकथा व सामग्री देखने के लिए एक अलग विभाग बनाएगा। ठाकुर भोपाल में रविवार शाम को हुई उस घटना पर मीडिया को अपनी प्रतिक्रिया दे रही थी जिसमें बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने वेब सीरीज आश्रम-3 के सेट पर तोड़फोड़ की और हिंदुओं को गलत तरीके से चित्रित करने का आरोप लगाते हुए सीरीज के निर्माता निर्देशक प्रकाश झा पर स्याही फेंक दी। पुलिस ने हंगामे को लेकर रविवार देर रात चार लोगों को गिरफ्तार किया। ठाकुर ने रविवार की घटना को आगामी उपचुनावों से जोड़ने के बारे में एक सवाल के जवाब में एक समाचार चैनल से कहा कि सच तो यह है कि ये लोग हमें मजबूर कर रहे हैं कि हम वह पिक्चर (सीरीज) देंखें और इन पर कार्रवाई करें। दूसरी बात है, देश में रहना है तो सनातन धर्म के साथ खिलवाड़ नहीं चलेगा। कोई भी मत और पंथ अपनी मर्यादा में है, सब रहें। धर्म अपनी मर्यादा में रहता है और अगर धर्म के विरुद्ध… धर्म एक ही है, सनातन धर्म के विरुद्ध अगर किसी ने खिलवाड़ की तो वह स्वीकार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हम साधु संत पिक्चर नहीं देखते और अब हमें एक विभाग बनाना पड़ेगा। भारत भक्ति अखाड़ा एक विभाग बनाएगा, कोई पिक्चर रिलीज होने से पहले वहां देखी जाएगी।
पटकथा का करेगा अवलोकन
विभाग सिनेमा बनने से पहले ही उसकी पटकथा पढ़ेगा और दिक्कत होने पर सिनेमा बनने ही नहीं दिया जाएगा। भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद ठाकुर ने कहा कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कानूनी कार्रवाई का आग्रह करेंगी। इससे पहले संतों के एक समूह ने भोपाल में वेब सीरीज आश्रम के सेट पर तोड़फोड़ के आरोप में गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने की मांग करते हुए भाजपा सांसद ठाकुर को एक ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में ठाकुर ने वेब सीरीज की शूटिंग रोकने की चेतावनी दी और कहा कि आश्रम सनातन धर्म के तहत साधुओं और संतों के रहने की व्यवस्था है और यह ऐसा विषय नहीं है जिसे किसी के द्वारा गलत तरीके से पेश किया जाए। उन्होंने कहा कि आश्रम कोई ऐसा विषय नहीं है जिस पर कोई उंगली उठा सके। एक व्यक्ति गलत हो सकता है और मौजूदा व्यवस्था के तहत ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन अगर कोई सनातन या हिंदू धर्म तथा उसके धार्मिक नेताओं की (आश्रम) इस व्यवस्था को बदनाम करता है तो यह सहन नहीं किया जाएगा।
समाज को सही दिशा देने की जरूरत
ठाकुर ने कहा कि मनोरंजन के साधन समाज को सही दिशा देने के लिए हैं, न कि भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मनोरंजन के माध्यम से सनातन धर्म को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संन्यासी होने के नाते मैं साधुओं का दर्द महसूस कर सकती हूं। आश्रम शब्द सुनते ही हमारा मन प्रसन्न हो जाता है और अच्छी भावनाएं उत्पन्न होती हैं लेकिन इसे विकृत रुप में प्रस्तुत किया जा रहा है। ठाकुर ने कहा कि देश में नेतृत्व के अभाव में आजादी के बाद से ही (हिंदुओं की) भावनाओं को मनोरंजन के माध्यम से ठेस पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि फिल्में हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का माध्यम बन गई हैं और उन्हें अब न केवल मध्य प्रदेश में बल्कि पूरे देश में बंद कर देना चाहिए। साध्वी ने फिल्म निर्माताओं को चर्च, मदरसा, बाइबिल और कुरान जैसे विषयों पर फिल्म बनाने की चुनौती दी। ठाकुर ने कहा कि वामपंथी विचारधारा के निर्देशक और निर्माता आजादी के बाद से ही लगातार हिंदुओं, उनके इतिहास और मूर्तियों को निशाना बना रहे हैं। भोपाल की लोकसभा सांसद ने यह भी कहा कि कोई लव जिहाद के विषय पर फिल्म नहीं बनाता और जमीन का जिहाद भी चल रहा है। गौरतलब है कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रविवार शाम को हिंदुओं को गलत तरीके से चित्रित करने आरोप लगाते हुए फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा पर स्याही फेंकी और उनकी वेब सीरीज ‘आश्रम-3’ के शूटिंग स्थल पर तोड़फोड़ व पथराव किया। इससे शूटिंग दल की दो बसों के शीशे टूट गए और एक व्यक्ति घायल हो गया। इस घटना के बाद सोमवार को मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में शूटिंग की अनुमति लेने से पहले निर्माताओं व निर्देशकों को अपनी कहानियों की आपत्तिजनक सामग्री या दृश्यों के बारे में अधिकारियों को सूचित करना होगा।