रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में अपने शिविर में भोजन करने के बाद भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के 26 जवान बीमार हो गए हैं। दरअसल बुधवार को नक्सल विरोधी अभियान के बाद शिविर पहुंचे जवानों ने भोजन किया था। इस दौरान जवानों ने पनीर और मांसाहार लिया था। भोजन करने के कुछ देर बाद जवानों ने उल्टी और डायरिया की शिकायत की तब उन्हें खैरागढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
21 जवान बीमार
21 जवानों को बृहस्पतिवार शाम को भर्ती कराया गया। वहीं पांच जवानों को आज सुबह भर्ती कराया गया। राजनांदगांव जिले के कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने बताया कि जवानों की हालत खतरे से बाहर है। सभी का इलाज किया जा रहा है। सिन्हा ने बताया कि शिविर में जिला प्रशासन के अधिकारी और चिकित्सा दल को भेजा गया है जिससे अन्य जवानों के बीमार पड़ने पर उनका तत्काल इलाज किया जा सके। जानकारी के मुताबिक सभी जवान आईटीबीपी की 40वीं बटालियन से हैं और राजधानी रायपुर से लगभग 150 किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश की सीमा पर नक्सल प्रभावित इलाके में स्थित मलैदा शिविर में तैनात हैं।
छत्तीसगढ़ः राजनांदगांव में आईटीबीपी के 21 जवानों को फूड प्वाइजनिंग होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, "21 जवानों को कल सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है। परसों नॉनवेज खाने के बाद उनको तकलीफ शुरू हुई। सभी की स्थिति ठीक है।" pic.twitter.com/4QjopAAbif
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 22, 2021
सीएम बघेल ने दिए बेहतर इलाज के निर्देश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीड़ित जवानों के बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री बघेल ने राजनांदगांव जिले के मलैदा शिविर में आईटीबीपी के जवानों के विषाक्त भोजन से पीड़ित होने की जानकारी मिलने पर सभी जवानों के बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया है। उन्होंने बताया कि जवानों का इलाज खैरागढ़ स्थित अस्पताल में किया जा रहा है। सभी जवान खतरे से बाहर हैं।