नई दिल्ली। त्योहारी सीजन में ई-कॉमर्स कंपनियां अपने ग्राहकों को भारी भरकम डिसकाउंट के साथ और भी कई ऑफर देती हैं। इसी कड़ी में आज कल कंपनियां ‘बाय नाउ पे लेटर’ का भी विकल्प दे रही हैं। हाल के दिनों में ये विकल्प काफी पॉपुलर हुआ है। दरअसल, बाय नाउ पे लेटर के तहत कंपनियां अपने ग्राहकों को एक प्रकार से कर्ज (loan) देती हैं। यह ऑप्शन उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिनके पास क्रेडिट कार्ड नहीं और उन्हें अचानक से कोई वस्तु खरीदनी है। ऐसे में जानना जरूरी है कि आखिर यह ‘बाय नाउ पे लेटर’ विकल्प कैसे काम करता है और ग्राहक इसका लाभ कैसे उठा सकते हैं।
क्या है ‘बाय नाउ पे लेटर’ ऑफर?
दरअसल, इस ऑफर के तहत आप बिना पैसे के ई-कॉमर्स कंपनियों से शॉपिंग कर सकते हैं। ये एक छोटी अवधि का कर्ज होता है। इसमें आपको कुल खरीद राशि का एक छोटा सा डाउन पेमेंट करना होता है। इस शॉर्ट टर्म लोन में आपसे तय समय तक कोई चार्ज नहीं लिया जाता है। लेकिन ड्यू डेट के बाद आपसे ब्याज लिया जाता है। इसमें आप समय से एकमुश्त या EMI में पेमेंट कर सकते हैं।
बाय नाउ पे लेटर में आपको 14 दिन से लेकर 20 दिनों के अंदर भुगतान करना होता है। यदि आप निर्धारित समय के भीतर भुगतान करने में विफल रहते हैं, तो आपसे 24% तक का ब्याज लिया जाएगा। अगर आप EMI के तहत इस विकल्प का चयन करते हैं तो फिर आप ब्याज के भार से बच सकते हैं। ई-कॉमर्स कंपनियों ने इसके लिए फिनटेक कंपनियों (fintech companies) से करार किया है। अब सवाल यह है कि ये फिनटेक कंपनियां क्या है?
फिनटेक क्या है?
फिनटेक एक प्रकार से फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी का संक्षिप्त रूप है। वित्तीय कार्यों में टेक्नोलॉजी के उपयोग को फिनटेक कहा जाता है। आसान भाषा में कहें तो यह पारंपरिक वित्तीय सेवाओं और विभिन्न कंपनियों तथा व्यापार में वित्तीय पहलुओं के प्रबंधन में आधुनिक तकनीक का कार्यान्वयन है। ये ऐप के जरिए उपभोक्ताओं को तुरंत लोन की सुविधा देती है।
2025 तक BNPL का मार्केट?
बतादें कि बाय नाउ पे लेटर विकल्प के तहत इस वक्त कई बैंक और 20 से ज्यादा फिनटेक कंपनियां यह सुविधा दे रही है। एक अनुमान के मुताबिक साल 2025 तक BNPL मार्केट 7.41 लाख करोड़ रूपए का हो जाएगा। साथ ही, ई-कॉमर्स की बाजार हिस्सेदारी में उनका योगदान वर्ष 2024 तक 9% होने का अनुमान है। इसके अलावा आने वाले समय में ‘बाय नाउ पे लेटर’ का विकल्प फूड, ट्रेवल, किराना और अन्य फ्लेटफार्मों पर भी पॉपूलर हो सकता है। एक प्रकार से आप इसे क्रेडिट कार्ड के विकल्प के रूप में देख सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड और BNPL में अंतर
हालांकि क्रेडिट कार्ड और इसमें काफी अंतर है। उदाहरण के लिए, क्रेडिट कार्ड में, आपके पास बिना ब्याज के 45 दिनों की अवधि होती है। लेकिन BNPL में ये अवधि 15-20 दिनों की होती है। क्रेडिट कार्ड में जहां आपको लेट पेमेंट पर 40-45% तक ब्याज देना होता है, वहीं बीएनपीएल में, आपसे 20-30% की ब्याज दर ली जाती है। क्रेडिट कार्ड से आप अपने सिविल के अनुसार खरीदारी कर सकते हैं, जो लाखों में हो सकती है। वहीं BNPL से आप 2 हजार से 1 लाख तक अधिकतम खरीदारी कर सकते हैं। वहीं क्रेडिट कार्ड की स्वीकार्यता लगभग सभी जगह पर है। लेकिन BNPL के तहत आप कुछ चुनिंदा करार पर ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।