नई दिल्ली। अगर आपने महिंद्रा की गाड़ियों के नाम पर गौर किया है तो इसके ज्यादातर वाहनों के नाम के पीछे ‘O’ लगा होता है। जैसे Bolero, Scorpio, Xylo आदि। आप कहेंगे कि ऐसा समयोगवश हो सकता है। लेकिन ऐसा नहीं है, कंपनी जानबुझ कर अपनी गाड़ियों के नाम इस हिसाब से डिजाइन करती है। इसके पीछे भी एक खास वजह है। आइए जानते हैं क्या है ये खास वजह
ये है वजह
महिंद्रा के चार पहिया वाहनों में ही नहीं, बल्कि दो पहिया वाहनों के नाम भी ‘O’ के साथ ही समाप्त होते हैं। जैसे- Duro, Rodeo, Stallio और Pantero आदि शामिल हैं। अब सवाल ये है कि आखिर इसकी वजह क्या है और कंपनी की ओर से ऐसा क्यों किया जाता है? मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महिंद्रा ने अपने नाम के पीछे O लगाने का सिलसिला किस्मत की वजह से शुरू हुआ है, जिसे अंधविश्वास भी कहा जाता है। कंपनी का मानना है कि अगर वो गाड़ी के नाम के आगे ओ रखते हैं तो उनके सेगमेंट को अच्छा रेस्पॉन्ड मिलता है और मार्केट में सही सेल भी मिलती है। ये बात किसी और ने नहीं बल्कि कंपनी के ही एक अधिकारी ने बताई है।
कंपनी ने क्या कहा?
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में महिंद्रा एंड महिंद्रा के ऑटोमोटिव एंड फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के प्रेजिडेंट पवन गोयनका ने बताया कि बोलेरो और स्कोर्पियो की सफलता के बाद कंपनी ने गाड़ियों के नाम O से खत्म करना शुरू कर दिया है। ऐसा करना लक्की रहा और इसे जारी रखने का फैसला किया गया। साथ ही उन्होंने बताया, ‘आप इसे महिंद्रा एंड महिंद्रा का अंधविश्वास मान सकते हैं, लेकिन यह हमारे लिए काम करता है।’
होंडा भी अपनी गाड़ियों के नाम R से खत्म करता है
साथ ही उन्होंने कहा, ‘यह हमारे लिए एक ट्रेडिशन बन गया है और यह उम्मीद है कि महिंद्रा एंड महिंद्रा इस प्रेक्टिस को आगे भी फॉलो रखेगा। इसके साथ ही इससे लोग महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रोडक्ट को लोग आसानी से पहचान भी लेते हैं।’ कहा जाता है कि ऐसा ही होंडा में भी है, क्योंकि होंडा की कई गाड़ियों के नाम एक जैसे हैं, जिसमें Twister, Stunner, Dazzler आदि नाम शामिल है।