इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया। जिले में कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार ने बताया कि हमने पिछले तीन दिनों में क्रमश: 4,356, 5,749 और 5,283 नमूनों की कोविड-19 जांच की, लेकिन इसमें एक भी व्यक्ति महामारी की जद में नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि इस स्थिति को कोविड-19 के खिलाफ बढ़ते टीकाकरण का असर कहा जा सकता है। हालांकि, हमारे पास जिले में महामारी के विरुद्ध सामूहिक प्रतिरोधक क्षमता को लेकर कोई ताजा आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। उधर, गैर सरकारी संगठन ‘जन स्वास्थ्य अभियान मध्यप्रदेश’ के सह समन्वयक अमूल्य निधि ने कहा कि सूबे की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर के बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर त्योहारी मौसम में भारी भीड़ नजर आ रही है और कई लोगों को मास्क पहनने तथा सामाजिक दूरी रखने की हिदायतों का साफ उल्लंघन करते देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन हालात में स्वास्थ्य विभाग को पिछले तीन दिनों में इंदौर में संक्रमण का एक भी नया मामला नहीं मिलना मेरी समझ से परे है।
ज्यादा नमूनों की हो रही जांच
निधि ने कहा कि प्रदेश सरकार को कोविड-19 की आशंकित तीसरी लहर रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा नमूनों की जांच करनी चाहिए और खासकर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों तथा हवाई अड्डों पर निगरानी बढ़ानी चाहिए। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता ने बताया कि इंदौर में पात्र आयु वर्गों के 29.12 लाख लोगों को महामारी रोधी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है और इनमें शामिल 16.50 लाख लोग टीके की दूसरी खुराक भी ले चुके हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर में पात्र आयु वर्गों के करीब 28 लाख लोगों को महामारी रोधी टीके की दोनों खुराकें देने का लक्ष्य तय किया गया है। सरकारी आंकड़ों से स्पष्ट है कि जिले में लक्षित आबादी से ज्यादा लोगों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है।