कोट्टयम। कोट्टायम जिले के मुंडाकायम कस्बे में एक निजी बस चालक उस समय यातायात जाम में फंसा था, जब उसे अपने घर के मणिमाला नदी के प्रबल आवेग में बह जाने की जानकारी मिली। नदी ने सिर्फ उसका घर ही नहीं बल्कि 27 साल की मेहनत का फल भी छीन लिया। नदी के वेग में घर के बह जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
वीडियो में दो मंजिला मकान को धीरे-धीरे झुकते और फिर मणिमाला नदी में गिरते हुए देखा जा सकता है। नदी का प्रवाह कुछ ऐसा था कि घर का नामो-निशान तक खत्म हो गया और चार परिवार का आश्रय खत्म हो गया। मणिमाला नदी केरल के इडुक्की जिले में पश्चिमी घाट के मुथुवारा पहाड़ियों से निकलती है। घर के सामान के साथ यादें और भावनाएं जुड़ी होती हैं और वर्षों से जमा की गई परिवार की चीजें एक झटके में नदी में चली गई।
वहीं, इसके अलावा राशन कार्ड और आधार कार्ड जैसे दस्तावेज भी गए और छोटी बेटी की शादी के उद्देश्य से रखी दो लाख रुपये की नकदी भी परिवार ने खो दी। हालांकि जेबी का कहना है कि उनकी पत्नी घर को अपनी आंखों के सामने बहते देख बेहोश हो गई थी, जिसके बाद किसी ने उनके पर्स से यह नकदी राशि निकाल ली। वीडियो वायरल होने के बाद दंपति जेबी और पुष्पा ने उनके पास पहुंचे मीडियाकर्मियों को बताया कि उनके पास बदन के कपड़े के अलावा कुछ नहीं बच पाया। यह वीडियो दंपति के पड़ोसियों में से किसी एक ने बनाया था। दंपति और उनकी बेटी अब एक रिश्तेदार के यहां रह रहे हैं। बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें अब सब कुछ नए सिरे से शुरू करना होगा। हम सरकारी मदद के बिना ऐसा नहीं कर पाएंगे। हम शुक्रगुजार हैं कि हम जीवित हैं।’’ पुष्पा ने कहा कि उन्हें लगा था कि उनका घर सुरक्षित है। कोट्टायम जिला प्रशासन ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि भारी बारिश के बाद 62 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 161 घर को आंशिक तौर पर क्षति पहुंची है।