नई दिल्ली। इस वर्ष शरद पूर्णिमा Sharad Purnima 20 Oct 2021 का त्योहार 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इतना ही नहीं इस बार की खास बात यह है कि स्नान दान पूर्णिमा और व्रत पूर्णिमा एक साथ मनाई जाएगी। पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार इस बार शरद पूर्णिमा 20 अक्टूबर को ही मनेगी।
शरद पूर्णिम पर कान्हा ने की थी रास लीला
पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार इस दिन भगवान कृष्ण ने गोपियों संग रासलीला रचाई थी। इसलिए इस दिन भगवान कृष्ण के पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन सवा पाव शकर और शकर पाव मावे के छह लड्डू बनाए जाते हैं। जिसमें एक लड्डू गर्भवती महिलाओं को, एक पति या बालक को, एक गाय को, एक भगवान को एक दो लड्डू स्वयं प्रसाद रूप में ग्रहण करना चाहिए।
रात में बरसता है अमृत
कहते हैं इस दिन रात में अमृत बरसता है। इसलिए अरोग्यता प्राप्ति के लिए इस दिन रात घर के आंगन या छत पर भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करके उन्हें खीर का भोग लगाया जाता हैं। इस दिन का भोग आरोयग्यता दिलाता है।