भोपाल। कोरोना महामारी के बाद सबसे ज्यादा असर शैक्षणिक सत्रों पर पड़ा है। बीते सत्र में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के प्रचंड दौर में छात्रों की परीक्षाएं नहीं ली गईं थी। इसी को लेकर अब बोर्ड इस साल परीक्षाएं कराने के लिए तैयारी में जुट गया है। इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने सभी जिलों से परीक्षा केंद्रों की सूची भी मांग ली है। इस बार हर जिले में 15 फीसदी तक ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाए जा सकते हैं। इसका उद्देश्य कोरोना नियमों का पालन करना है। इसके साथ ही माशिमं ने सत्र 2021-22 से 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा के प्रश्नों के पैटर्न में बदलाव किया है। इस सत्र के प्रश्नपत्र में 40 फीसद अंकों के ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाएंगे। अंकों की संख्या में यह पिछले साल से बढ़ोत्तरी होगी। अभी तक परीक्षा में केवल 25 प्रतिशत अंकों के ही सवाल पूछे जाते थे। नए पैटर्न पर अभी हाल ही में नौवीं से बारहवीं की तिमाही परीक्षा भी ली गई, ताकि विद्यार्थी पहले से ही बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार हो जाएं। बता दें कि बीते सत्र की परीक्षा कोरोना महामारी के कारण नहीं हो पाई थी। इस साल शिक्षा मंडल परीक्षा कराने के लिए तैयारियों में जुट गया है।
कोरोना नियमों का करना होगा पालन
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए इस बार 15 प्रतिशत तक ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाए जा सकते हैं। इसके साथ ही मंडल द्वारा भौतिक सत्यापन भी कराया जाएगा। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने एक टीम बनाई है। यह टीम सभी स्कूलों में जाकर कोरोना नियमों के पालन की जांच करेगी। यह टीम हर केंद्र पानी, टॉयलेट, कंप्यूटर और सैनेटाइजेशन की व्यवस्था की जांच करेगी। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोरोना के सभी जरूरी नियमों के पालन कराएगी। अब इस साल छात्रों को परीक्षा देने के लिए भी तैयार किया जा रहा है। कोरोना महामारी के कारण बीते सत्रों में ऑफलाइन कक्षाएं नहीं लग पाईं थी। वहीं अब स्कूल खोल दिए गए हैं।