नई दिल्ली। कांग्रेस की गुजरात इकाई ने तीन अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के खिलाफ सोमवार को मौन विरोध प्रदर्शन किया और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की सीधी निगरानी में इस घटना की जांच कराए जाने की मांग की। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के नवनियुक्त गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने शहर के पालड़ी इलाके में महात्मा गांधी द्वारा स्थापित कोचराब आश्रम के बाहर पार्टी द्वारा आयोजित मौन विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
कांग्रेस की गुजरात इकाई के अध्यक्ष अमित चावड़ा, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धानाणी और प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख भरतसिंह सोलंकी और अर्जुन मोढवाडिया तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किसानों के लिए न्याय को लेकर काले मास्क पहनकर और बैनर लेकर तीन घंटे लंबे मौन विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रदर्शन के बाद पत्रकारों से बातचीत में शर्मा ने किसानों के खिलाफ हिंसा और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और अन्य पार्टी नेताओं को लखीमपुर खीरी पहुंचने से रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकारों की आलोचना की।
शर्मा ने कहा, ‘‘चूंकि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बेटा हत्या में शामिल था, इसलिए हम स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं कर सकते। अजय मिश्रा को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। हम मांग करते हैं कि जांच उच्चतम न्यायालय के किसी न्यायाधीश की सीधी निगरानी में एक विशेष जांच दल को सौंपी जानी चाहिए।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में देश भर में इस तरह का मौन विरोध प्रदर्शन किया है, जबकि भाजपा के नेता मृतक किसानों के परिजनों से भी नहीं मिले। कांग्रेस हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है जबकि भाजपा केवल उनकी आय दोगुनी करने के खोखले वादे करती है।’’