लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने शुक्रवार को अचानक लखनऊ के इंदिरा नगर की दलित बस्ती लवकुश नगर में पहुंच कर झाड़ू लगाया और योगी आदित्यनाथ के एक बयान का प्रतीकात्मक रूप से विरोध दर्ज कराया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि ‘‘झाड़ू लगाना स्वाभिमान और सादगी का प्रतीक है और रोज करोड़ों महिलाएं और सफाई कर्मी झाड़ू लगाते हैं।’’
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गये किसानों के परिजनों से मिलकर लौटने के बाद प्रियंका अचानक शुक्रवार को अपराह्न करीब चार बजे इंदिरा नगर की दलित बस्ती लवकुश नगर पहुंची और वहां वाल्मीकि आश्रम में झाडू लगाया। वाद्रा ने इस मौके पर कहा कि झाडू लगाना स्वाभिमान और सादगी का प्रतीक है और रोज करोड़ों महिलाएं और सफाई कर्मी झाड़ू लगाते हैं।
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका के झाडू लगाने पर मजाक उड़ाया था और भाजपा की दलित विरोधी सोच दिखाई थी। गोरखपुर में शुक्रवार को एक समाचार चैनल से बातचीत में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा के सीतापुर पीएसी गेस्ट हाउस में झाड़ू लगाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘लोगों ने उन्हें इसी लायक छोड़ा है।’
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों के मारे जाने के बाद उसी रात प्रियंका लखनऊ आयीं और पीड़ित किसान परिवारों से मिलने के लिए यहां से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुईं। उन्हें सीतापुर में चार अक्टूबर को तड़के करीब साढ़े चार बजे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। तब प्रियंका को वहां पीएसी परिसर के अतिथि गृह में रखा गया जहां उन्होंने कमरे में खुद झाड़ू लगाया था। बाद में प्रियंका का झाड़ू लगाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि प्रियंका के झाड़ू लगाने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका मजाक उड़ाया था।