नई दिल्ली। कोरोना काल में बढ़ती महंगाई Real Estate Price ने हर किसी की कमर तोड़ के रख दी है। फिर चाहे बात रियल एस्टेट सेक्टर की ही क्यों न हों। एक तरफ तो कई लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। तो दूसरी ओर अपने घर का सपना देख रहे लोगों का भी इंतजार और बढ़ गया। हो भी क्यों न। विशेषज्ञों की मानें तो पिछले एक वर्ष में प्रापर्टी की कीमतों में 15 से 25 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। अभी आगे भी इसमें और बढ़ोत्तरी की आशंका जताई जा रही है।
कोरोना महामारी के दौर में देश के रियल एस्टेट सेक्टर को बड़ा झटका लगा है। लेकिन अब इसमें कुछ बदलाव के साथ एक बार फिर लोगों की रुचि दिखने लगी है। टीयर 2 शहरों में विशेष रूप से असर देखने को मिला है। देश के टीयर-2 शहरों में पिछले एक साल के दौरान कीमतों में 10 से 25 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले छह महीनों में अभी 15 फीसदी तक का और इजाफा होने की उम्मीद है।
5 से 15 प्रतिशत और बढ़ सकती है कीमत
रियल एस्टेट सेक्टर के जानकारों का कहना है कि आगे जाकर भी कीमतों में और अधिक इजाफा हो सकता है। इनमें विशेष रूप से आवासीय प्रापर्टी की कीमतें अधिक बढ़ी हैं। आने वाले 3 से 6 महीने में घरों की कीमतों में 5 से 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होने के आसार दिख रहे हैं। ज्यादा मांग को देखते हुए पिछले तीन महीनों में इनकी कीमतों में 1 से 3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। यही वजह है कि कीमत और अधिक बढ़ सकती है।
कीमतों में बढ़ोतरी के मामले में छोटे शहर आगे
इन कीमतों के सबसे चौकाने वाली बात यह रही है कि घर की कीमतों के मामले में मेट्रो शहरों की अपेक्षा छोटे शहरों में अधिक इजाफा देखने को मिला है। शहरों में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले 10 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखी गई है। हम मध्यप्रदेश की बात करें तो यहां सबसे अधिक कीमतें प्रदेश की कमर्शियल राजधानी कही जाने वाले इंदौर में बढ़ी हैं। जहां प्रॉपर्टी की कीमत में सबसे अधिक 20 से 25 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। तो वहीं चंडीगढ़, रायपुर, जयपुर और बेंगलुरू शहर भी इसमें पीछे नहीं रहे हैं। यहा पर भी पिछले साल से 10 फीसदी से ज्यादा कीमतें बढ़ गई हैं।