भोपाल। प्रदेश समेत पूरे देश में जैसे-जैसे लोग डिजिटल इंडिया के समर्थन में कैशलैस होते जा रहे हैं, वैसे ही साइबर ठगी के मामले भी बढ़ने लगे हैं। आए दिन साइबर ठगी के मामले सामने आते रहते हैं। प्रदेश में साइबर ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। वहीं भोपाल की साइबर पुलिस भी लगातार एक्शन मोड में दिख रही है। देशभर में सबसे ज्यादा मामलों में कार्रवाई करने वाली पुलिस बन गई है। भोपाल की साइबर क्राइम ब्रांच (Cyber Crime Branch) पुलिस देश में नंबर वन बन गई है। भोपाल साइबर पुलिस की टीम ने महज दो महीने में अलग-अलग राज्यों में 12 फर्जी कॉल सेंटर्स (Call Centers) का पर्दाफाश कर 45 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि भोपाल साइबर पुलिस ने अब तक झारखंड के जामताड़ा से लेकर राजस्थान के भरतपुर, आसनसोल पश्चिम बंगाल, मेवात हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में चल रहे ठगी के कई फर्जी कॉल सेंटर्स पर कार्रवाई कर ठगों को गिरफ्तार किया है।
पिछले 2 महीने में सायबर क्राइम पुलिस ने साइबर ठगी के 225 मामले दर्ज किए थे। इन मामलों पर सख्ती से कार्रवाई करते हुए 130 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें 8 राज्यों में छिपे बैठे 45 शातिर साइबर ठग शामिल हैं। ये ठग कई वारदातों को अंजाम दे चुके थे। यह 45 शातिर आरोपी कॉल सेंटर के जरिए लोगों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर लाखों रुपए की ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुके थे। पिछले 2 महीने में इतनी बड़ी कार्रवाई किसी राज्य की साइबर क्राइम पुलिस ने नहीं की है। भोपाल साइबर क्राइम पुलिस इस मामले में नंबर वन पर है।
अलग से बनाई विंग…
बता दें कि भोपाल की साइबर पुलिस की टीम अलग से गठित की गई है। यह पुलिस क्राइम ब्रांच से अलग की गई थी। अलग से बनाई गई यह विंग केवल साइबर क्राइम के मामलों पर फोकस करती है। भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच के एडिशनल एसपी अंकित जायसवाल ने मीडिया को बताया कि पिछले कुछ महीनों में तेजी से साइबर क्राइम की टीम ने तेजी से कार्रवाई की है। इसी कार्रवाई के कारण दूसरे राज्यों से भी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा दूसरे राज्यों में जाकर भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने ऐसे कॉल सेंटर्स का खुलासा किया है जहां से देशभर के लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा था। इनमें से कई मामले काफी हाईटेक भी थे। लेकिन पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है।