लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों के मारे जाने की घटना को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को अब तक बर्खास्त क्यों नहीं किया गया और किसानों को ‘अपनी गाड़ी से कुचलने वाले’ उनके पुत्र की गिरफ्तार क्यों नहीं हुई। पिछले 30 घंटे से भी अधिक समय से उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में मौजूद प्रियंका ने प्रधानमंत्री से ये सवाल उस वक्त किए हैं जब वह लखनऊ में न्यू अर्बन इंडिया थीम पर आयोजित तीन दिवसीय कॉन्क्लेव की शुरुआत करने लखनऊ पहुंचे हैं।
लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद वहां जाने के दौरान रास्ते में हिरासत में ली गईं प्रियंका 30 घंटे से भी अधिक समय पुलिस अभिरक्षा में हैं। प्रियंका ने प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए वह कथित वीडियो भी दिखाया जिसमें दिख रहा है कि एक गाड़ी सड़क पर चल रहे किसानों के बीच घुसा दी गई है। यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘मोदी जी, मैंने सुना है कि आप आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए आप लखनऊ पहुंच रहे हैं। क्या आपने यह वीडियो देखा है? यह वीडियो आपकी सरकार के एक मंत्री के बेटे को किसानों को अपनी गाड़ी से कुचलते हुए दिखाता है। आप यह वीडियो देखिए और इस देश को बताइए कि इस मंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया और इस लड़के को अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है?’’
.@narendramodi जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी ऑर्डर और FIR के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है।
अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ। क्यों? pic.twitter.com/0IF3iv0Ypi
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
उन्होंने यह सवाल भी किया, ‘‘मेरे जैसे विपक्षी नेताओं को तो आपने बिना आदेश या बिना प्राथमिकी को गिरफ्तार किया है। मैं जानना चाहती हूं कि यह आदमी (मंत्री का पुत्र) आजाद क्यों हैं?’’प्रियंका ने कहा, ‘‘आप (मोदी) आजादी के अमृत महोत्सव की महफिल में मंच पर बैठे रहेंगे तो यह याद करिये कि आजादी किसानों ने दिलवाई। आज भी देश की सुरक्षा और सीमाओं की रक्षा किसानों के बेटे करते हैं। किसान महीनों से त्रस्त हैं और अपनी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन आप उसे नकार रहे हैं।’’
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘मैं आपसे आग्रह करती हूं कि लखीमपुर आइए ना। जिन्होंने आजादी दिलवाई, जो इस देश के अन्नदाता हैं, जो देश की आत्मा हैं, उनकी पीड़ा समझिए। उनकी रक्षा करना आपका धर्म है। जिस संविधान पर आपने शपथ ली है, उसके प्रति आपका धर्म है और आपका कर्तव्य है।’’ इससे पहले, कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि वाद्रा समेत पांच नेताओं को हिरासत में लिए गए 28 घंटे से ज्यादा समय हो चुका है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री से सवाल करने से कुछ देर पहले प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक ट्वीट में कहा ‘‘ नरेंद्र मोदी जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी आदेश और मुकदमे के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है।’ उन्होंने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी संलग्न किया है जिसमें एक गाड़ी किसानों को रौंदती हुई जाती दिखाई दे रही है। कांग्रेस महासचिव ने प्रश्न किया, ‘अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ। क्यों?’
उधर, लल्लू ने कहा, ‘‘ वाद्रा को अब तक अपने वकीलों से मिलने नहीं दिया गया। किसी को 24 घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस हिरासत में रखना ग़ैर क़ानूनी है। मगर प्रशासन के कान पर जूं नहीं रेंग रही है। प्रशासन ने उन्हें हिरासत में लेने की कोई क़ानूनी वजह भी नहीं बतायी है।’’ उन्होंने कहा कि सीतापुर के पीएसी द्वितीय वाहिनी परिसर में हिरासत में रखी गयीं वाद्रा ने साफ़ कहा है कि वह हिरासत से छूटते ही लखीमपुर खीरी जाकर शहीद किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगी।
प्रियंका गांधी के साथ पार्टी के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. वी. श्रीनिवास और विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह भी हिरासत में हैं। लल्लू ने बताया कि द्वितीय वाहिनी पीएसी परिसर के बाहर इस वक्त बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद हैं और हिरासत में लिए गए सभी नेताओं को छोड़ने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में वाद्रा की ग़ैर क़ानूनी हिरासत को लेकर बेहद आक्रोश है।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।