नई दिल्ली। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम के 6 घंटे ठप होने की खबर तो आप सबने पढ़ी होगी। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि इसे 6 घंटे तक ठप रखना पड़ा? सवाल यही है कि करोड़ों यूजर्स को प्रभावित करने वाली इस परेशानी का कारण क्या था? आइए आज हम आपको इसके पीछे की वजह विस्तार से बताते हैं।
DNS में आई गड़बड़ी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी के तीनों प्लेटफॉर्म्स डोमेन नेम सिस्टम (DNS)में आई गड़बड़ी के कारण रूक गए थे। इस गड़बड़ी के कारण फेसबुक को काफी नुकसान हुआ है। तकनीकी भाषा में इस गड़बड़ी को समझे तो ‘बीजीपी अपडेट्स के क्रम में फेसबुक और उससे संबंधित प्रॉपर्टीज इंटरनेट से गायब हो गई थी’। आइए बताते हैं क्या है डोमेन नेम सिस्टम यानी (DNS)।
क्या है DNS?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, DNS को आप इंटरनेट की फोनबुक की तरह मान सकते हैं। यह एक ऐसा टूल होता है, जो Facebook.com जैसे वेब डोमेन को एक वास्तविक इंटरनेट प्रोटोकॉल या IP ए़ड्रेस में बदल देता है। प्रत्येक वेब डोमेन के लिए DNS जरूरी होता हैृ। इसी के सहारे .com को IP एड्रेस में बदला जाता है। यानी अगर इसमें गड़बड़ी होती है तो फिर आप उस .COM को नहीं खोल सकते जिसे आप देखना चाहते हैं। सोमवार को फेसबुक के साथ भी ऐसा ही हुआ, इसके डीएनएस रिकॉर्ड में तकनीकी खराबी के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
ये चीजें भी रही खासी प्रभावित
इस तकनीकी खराबी के कारण फेसबुक के तीन फ्लेटफॉर्म्स के अलावा कंपनी के अपने ई-मेल सिस्टम जैसी इंटरनल एप्लीकेशन्स भी खासी प्रभावित हुई। कंपनी के कैलिफोर्निया स्थित मेनलो पार्क के कर्मचारी सिक्युरिटी बैज की मदद से खुलने वाले दफ्तर और कॉन्फ्रेंस रूम का भी इस्तेमाल नहीं कर पा रहे थे।
क्या है बीजीपी?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फेसबुक में हुई परेशानी की जड़ ब्रॉडर गेटवे प्रोटोकॉल या BGP थी। जैसे DNS इंटरनेट की फोन बुक है , तो बीजीपी इसकी पोस्टल सेवा। जब कोई यूजर इंटरनेट पर डेटा में प्रेवेश करता है, तो बीजीपी ही उन रास्तों को तय करता है, जहां डेटा ट्रेवल कर सकता है। जानकारी के अनुसार फेसबुक प्लेटफॉर्म्स की लोडिंग रूकने से कुछ मिनट पहले ही कंपनी ने बीजीपी रूट में बडे़ स्तर पर बदलाव किए थे।हालांकि, कंपनी ने अभी तक इस तकनीकी गड़बड़ी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उन्होंने बस इस खामी के लिए खेद जताया है।
अब तक की सबसे बड़ी खराबी
बतादें कि इस गड़बड़ी के कारण 40 प्रतिशत यूजर्स ऐप डाउलोड नहीं कर पा रहे थे, तो 30 प्रतिशत यूजर्स को संदेश भेजने में समस्या आ रही थी। वहीं 22 प्रतिशत यूजर्स को वेब वर्जन में समस्या आई। “डाउनडिटेक्टर” वेबसाइट के अनुसार यह अभी तक की सबसे बड़ी खराबी है, जिससे पूरी दुनियाभर के 1.06 करोड़ यूजर्स प्रभावित हुए।