भोपाल। प्रदेश में मॉनसून ने अलविदा कह दिया है। मॉनसून के जाते ही रात में हल्की ठंडक का अहसास होने लगा है। वहीं अब त्योहारों की धूम भी कतार लगाए इंतजार में है। नवरात्रि शुरू होने में अब केवल चार दिन का ही समय बचा है। ऐसे में प्रशासन द्वारा अभी तक इसकी गाइड लाइन जारी नहीं की है। इसको लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि माना जा रहा है कि गणेशोत्सव वाली गाइडलाइन ही जारी रहेगी। गणेशोत्सव के समय 1 सितंबर को ही धार्मिक आयोजनों को लेकर आदेश जारी प्रशासन ने आदेश जारी किए थे।
इन आदेशों में चल समारोह, पंडाल की साइज, सांस्कृतिक आयोजन आदि को लेकर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई थी। अब माना जा रहा है कि यही गाइडलाइन दुर्गाउत्सव में भी लागू रहेगी। इस हिसाब से गरबा और चल समारोह नहीं निकाले जा सकेंगे। हालांकि इस पर अभी तक अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। इस पर अंतिम फैसला डिस्ट्रीक क्रासिस मेनेजमेंट द्वारा ही लिया जा सकेगा। जानकारी के मुताबिक शहर में किसी भी प्रकार की रैली, चल समारोह और जुलूस निकालने पर पूरी तरह प्रतिबंध लागू रहेगा।
पीओपी की मूर्ति रखने पर रोक
साथ ही पीओपी की मूर्ति रखने पर रोक रहेगी। लोग केवल मिट्टी की मूर्तियां रख सकते हैं। इसके साथ ही पंडाल का आकार अधिकतम 30×45 फीट निर्धारित किया गया है। किसी भी तरह के कार्यक्रम आयोजन करने पर भी अभी जारी रहेगी। हालांकि मूर्ति स्थापित करने और पूजा अर्चना की अनुमति रहेगी। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना होगा। साथ ही कोरोना नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी आयोजकों की भी रहेगी। हालांकि अभी तक इसको लेकर अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। बता दें कि 7 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो रही हैं। इसको लेकर भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। कोरोना महामारी के कारण पिछली बार कई तरह की पाबंदियां लगाई गई थीं। हालांकि इस बार कोरोना महामारी का कहर शांत होने के कारण छूट मिल सकती है।