ग्वालियर। चंबल क्षेत्र अपने गरम तेवर के लिए पहचाना जाता है। इस क्षेत्र के ग्वालियर, भिंड, मुरैना से आए दिन अपराध के मामले सामने आते रहते हैं। इस क्षेत्र में माफियाओं की भी काफी दबंगाई है। माफियाओं (mafiya) की इसी तरह की दबंगाई का एक मामला सामने आया है। यहां शुक्रवार को देर रात माफियाओं ने वन विभाग (van vibhag) के अमले घेर लिया और 20 मिनट कर जमकर फायरिंग करते रहे। अमले में शामिल कर्मचारियों और जवानों ने छुपकर अपनी जान बचाई है। इतना ही नहीं आरोपियों ने एक जवान की कार्बाइन तक छीन ली। हालांकि आरोपी कार्बाइन को घटनास्थल पर फेंक कर चले गए। पुलिस ने कार्बाइन मिलने पर राहत की सांस ली है। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पुलिस (police)ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
यह है पूरा मामला
एसडीओ (Sdo) घाटीगांव सर्किल संजीव कुमार ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 12 बजे हमें मुखबिरों द्वारा सूचना मिली थी कि तिघरा थाना क्षेत्र के लखनपुरा इलाके में खनन माफिया द्वारा पत्थर का अवैध खनन किया जा रहा है। इस सूचना के बाद रेंजर विकास मिश्रा के साथ ही तिघरा चौकी प्रभारी सुनील जेवियर, गेमरेंज सुपरवाइजर शंकर खलको के साथ ही वन विभाग का अमला मौके पर कार्रवाई करने निकला। अमले के साथ एसएएफ का बल भी था। देर रात यह अमला लखनपुरा के जंगल में पहुंचा। यहां अधिकारियों को देर रात एक जेसीबी पत्थरों का उत्खनन करती मिली। इसके बाद वन अमले ने जेसीबी समेत सभी आरोपियों को अपनी निगरानी में ले लिया।
जेसीबी के साथ माफिया के लोग भी पुलिस की निगरानी में बिठाए गए। जैसे ही अमले ने जेसीबी के ऑपरेटर को निगरानी में लिया तो झा़ड़ियों से फायरिंग होने लगी। फायरिंग की आवाज सुन पूरे स्टाफ और जवानों ने छुपकर अपनी जान बचाई। माफिया झाड़ियों के पीछे से फायरिंग करते रहे। इसी बीच एक आरोपी ने एक जवान की कार्बाइन भी छीन ली। वहां मौजूद स्टाफ ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। जब तक मौके पर पुलिस पहुंची तब तक आरोपी अपनी जेसीबी और सभी साथियों को लेकर फरार हो गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।