बालोद: युवा पीढ़ी लगातार डिजिटल दुनिया की ओर आगे बढ़ रही है। ऐसे में संस्कृति पीछे छूटती जा रही है, लेकिन कुछ जगह ऐसी भी हैं जहां संस्कार आज भी जीवित हैं।
जब युवा अपने दोस्तों के साथ वैलेंटाइन डे मना रहे, तो वहीं बालोद में एक अलग ही नजारा देखने को मिला। जहां संस्कार शाला मैदान में बच्चों ने बेहद सम्मान के साथ अपने माता पिता का पूजन कर मातृ-पितृ दिवस मनाया। इस दौरान मौजूद लोग भावुक भी हो गए। खुशी के आंसूओ से भरा आयोजन हर किसी के लिए यादगार रहा। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के एक सीख देना था।