वॉशिंगटन। (भाषा) अमेरिका (america) के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Trump impeachment) के खिलाफ सीनेट में महाभियोग की कार्यवाही की संवैधानिकता (Constitutionality of impeachment proceedings in Senate) पर हुए मतदान में छह रिपब्लिकन सदस्यों ने अपने डेमोक्रेटिक सहयोगियों का साथ दिया। सीनेट ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग कार्यवाही की संवैधानिकता पर 44 के मुकाबले 56 वोट से मुहर लगा दी। इसके साथ ही अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति पर महाभियोग की कार्यवाही शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
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महाभियोग के तहत उन पर राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम को पलटने के लिए छह जनवरी को अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) में दंगा भड़काने का आरोप लगाया गया है। दलीलें रखने की प्रक्रिया बुधवार से शुरू होगी और दोनों पक्षों को 16-16 घंटे दिए जाएंगे। इसके बाद 100 सदस्यीय सीनेट में ट्रंप के महाभियोग पर मतदान (voting) होगा। रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक, दोनों दलों के सदन में 50-50 सदस्य हैं। ट्रंप पर महाभियोग (Trump impeachment) के लिए सीनेट को इस प्रस्ताव को 67 वोटों के साथ पारित करना होगा। सीनेट में शुरू ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया में मंगलवार को छह रिपब्लिकन सदस्यों ने डेमोक्रेटिक पार्टी का साथ दिया। अब आगे की प्रक्रिया के लिए कम से कम 11 और रिपब्लिकन सांसदों के वोट की जरूरत होगी।
बुधवार को शुरू होगी कार्यवाही
रिपब्लिकन सांसदों सुसेन कोलिंस, लिसा मुरकोवस्की, मिट रोमनी, बेन सासे, बिल कासिडे और पैट टोमी ने डेमोक्रेट सांसदों के साथ मतदान किया। महाभियोग की कार्यवाही बुधवार दोपहर शुरू होगी। इससे पहले राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया केवल तीन बार हुई जिसमें एंड्रयू जॉनसन, बिल क्लिंटन और फिर पिछले साल ट्रंप को बरी कर दिया गया। ट्रंप के खिलाफ दूसरी बार महाभियोग की सुनवाई हो रही है। वहीं ट्रंप महाभियोग की सुनवाई के पहले दिन अपने अटॉर्नी के प्रदर्शन से नाराज हैं। ट्रंप फ्लोरिडा के पाम बीच में ‘मार-आ-लागो’ क्लब से वाशिंगटन में हो रही सुनवाई का प्रसारण देख रहे हैं।
वकीलों ने जाहिर किया गुस्सा
ट्रंप के सहयोगियों ने भी वकीलों पर अपना गुस्सा जाहिर किया। कुछ रिपब्लिकन सांसदों ने भी ट्रंप की टीम के प्रदर्शन पर नाराजगी जाहिर की। ट्रंप पर महाभियोग की पहली कार्यवाही में उनके पक्ष में दलीलें रखने वाली अटॉर्नी एलन देरशोवित्ज ने कहा, ‘‘कोई बहस नहीं हुई, मुझे समझ नहीं आ रहा कि वे (वकील) क्या कर रहे हैं।’’ ट्रंप के पूर्व कारोबार सलाहकार पीटर नवारो भी पूर्व राष्ट्रपति से अपनी कानूनी टीम को हटाने और सुनवाई के पहले दूसरे वकील को पैरवी करने वाली टीम में रखने का सुझाव दिया।