जयपुर, 22 जनवरी (भाषा) आयकर विभाग (Income Tax Department Jaipur) की, जयपुर के तीन कारोबारी समूहों के प्रतिष्ठानों पर छापमारी के दौरान 1400 करोड़ रुपये से अधिक के अनधिकृत और बेनामी लेन-देन (Undisclosed Transactions) का खुलासा हुआ है।
विभाग के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
प्रवक्ता के अनुसार, तलाशी अभियान (Search Operation) जारी है और आगे की जांच की जा रही है।
आयकर विभाग ने जयपुर (Jaipur) में तीन कारोबारी समूहों (Business Groups) के यहां तलाशी ली और सर्वे किया। इनमें एक प्रमुख जौहरी फर्म (Gold Firm Jaipur) और दो रियल एस्टेट फर्म (Real Estate Firm) हैं। विभाग की टीमों ने इन फर्मों के 20 परिसरों में तलाशी ली जबकि 11 परिसरों में सर्वे का काम किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, इस दौरान विभाग की टीमों को बड़ी संख्या में दस्तावेज और बेहिसाबी रसीदें, विकास कार्य मद में बिना ब्यौरे के खर्च, बिना ब्यौरे की संपत्तियां, नकदी कर्ज व अग्रिम से जुड़ा डिजिटल आंकड़ा मिला।
उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी बात है कि इस कारोबारी समूह ने पिछले 6-7 साल के सारा बेहिसाब लेन-देन का पूरा ब्यौरा कई रजिस्टरों, स्लिप पैड, दिन-प्रतिदिन की कच्ची कैश बुक (Cash Book) आदि के रूप में बेसमेंट में छुपा रखा था जिसे जब्त किया गया है। इस समूह में अब तक 650 करोड़ (650 Crore) रुपये के बेनामी लेनदेन का पता चला है।
वहीं जौहरी फर्म के परिसरों की तलाशी से 525 करोड़ (525 Crore) रुपये के बेनामी लेनदेन का खुलासा हुआ है तो अन्य रियल इस्टेट डेवलपर फर्म के यहां तलाशी से लगभग 225 करोड़ (225 Crore) रुपये के बेहिसाबी बेनामी लेनदेन का खुलासा हुआ है।