रायपुर: छत्तीसगढ़ में इन दिनों धान खरीदी की सियासत किसने कितना धान बेचा इस पर अटक गई है 22 तारीख को बीजेपी धान खरीदी की अवस्था को लेकर जहां प्रदर्शन करने वाली है वहीं कांग्रेस ने धान बेचने वाले भाजपा नेताओं की सूची जारी कर भाजपा की मांग को खारिज कर दिया है।
छत्तीसगढ़ में 22 तारीख से बीजेपी बघेल सरकार के खिलाफ धान खरीदी को लेकर जंगी प्रदर्शन करने वाली है। लेकिन इस प्रदर्शन की हवा उसके पहले ही बीजेपी नेताओं की धान खरीदी की एक सूची को वायरल कर कांग्रेस ने निकाल दी है। छत्तीसगढ़ में इन दिनों इस वायरल सूची की चर्चा जोरों पर है। जिसमें बीजेपी के दिग्गज नेताओं के धान बेचने के भुगतान की रकम दी गई। जिसमें-
– डॉ. रमन सिंह 6 लाख 41 हजार रु.
– रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह 4 लाख 96 हजार रु.
– बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष विष्णु देव साय 1 लाख 86 हजार रु.
– नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक 2 लाख 24 हजार रु.
– सांसद संतोष पांडे 3 लाख 35 हजार रु.
– सांसद विजय बघेल 4 लाख 50 हजार रु.
– पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले 6 लाख 11 हजार रु.
सूची के मुताबिक धान बेचने पर इन दिग्गजों के खाते में राशि भी जमा हो चुकी है सूची में ऐसे 16 बड़े नेताओं के नाम है। इसे आधार बनाकर अब कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर है। मुख्यमंत्री तो सवाल कर रहे हैं कि जब बीजेपी को धान खरीदी में समस्या लगती है तो उनके धान की बिक्री कैसे आसानी से हो गई। उन्होंने बीजेपी के प्रदर्शन को सियासी नौटंकी करार दिया है।
इधर धान खरीदी को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन को लेकर बीजेपी जिलों में तैयारी कर रही है लेकिन कांग्रेस के आरोपों के बाद उसने कांग्रेस पर पलटवार किया है बीजेपी नेताओं ने धान बेचना स्वीकार किया है। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस उन कांग्रेस नेताओं की सूची जारी करें, जिन्होंने फर्जी तरीके से धान बेचा है और लाभ लिया है।
विपक्षी नेताओं की धान बिक्री की सूची जारी करने का खेल पुराना है। डॉ रमन सिंह के समय भी ऐसा हुआ है। अंतर इतना है कि तब बीजेपी सत्ता में थी और अब कांग्रेस सत्ता हैं। ये सच्चाई है कि धान पर दोनों पार्टी एक दूसरे के खिलाफ पुराने हथियारों का ही इस्तेमाल कर रही हैं। ऐसे में इस सियासी रस्साकशी में किसान कहां खड़ा है। उसकी आवाज भी सरकार तक पहुंच रही है, क्या इस बारे में दोनों पार्टी सोचेंगी या नहीं।