खण्डवा। मध्य प्रदेश का गोवा कहे जाने वाले पर्यटन स्थल हनुवंतिया टापू Hanumantiya Paragliding Hadsa में एक हादसे में देश के टॉप 5 पैराग्लाइडर में शामिल बालचंद्र डांगी की मौत हो गई है। जिसके बाद बालचंद्र डांगी के परिवार वालों का कहना है कि बालचंद्र को करीब 7 साल का अनुभव था। बालचंद के अनुभव के आधार पर कहा जा सकता है कि पैराग्लाइडिंग उड़ाने में कहीं कोई चूक नहीं कर सकता। कोई तकनीकी खराबी रही होगी, जिसके कारण ये हादसा हुआ। गौरतलब है कि जिले के हनुमंतिया पर्यटन स्थल पर बुधवार शाम को आकाश में उड़ रहे पैराग्लाइडिंग गिरने से दो लोगों की मौत हो गई।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के रहने वाले थे
पैराग्लाइडर चलाने वाले पायलट बाल चंद्र डांगी मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के रहने वाले थे। इनकी गिनती पैराग्लाइडिंग उड़ाने में देश के टॉप 5 पैराग्लाइडर में होती थी। उन्हें लगभग 7 साल का अनुभव था। उनके परिवार वालों का कहना है कि बालचंद के अनुभव के आधार पर कहा जा सकता है कि पैराग्लाइडिंग उड़ाने में कहीं कोई चूक नहीं कर सकता। कोई तकनीकी खराबी रही होगी जिसके कारण यह हादसा हुआ। पैराग्लाइडर में सुरक्षा के लिए पैराशूट के साथ पायलट के पास भी एक पैराशूट होता है। हेलमेट और जूते भी होते हैं, लेकिन अचानक ऐसा कुछ घटा की बचने का मौका ही नहीं मिल पाया।
ये है मामला
एक दिन पहले हनुमंतिया पर्यटन स्थल पर बुधवार शाम को आकाश में उड़ रहे पैराग्लाइडिंग गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। पैराग्लाइडिंग करवाने वाली पॉवर हैंग ग्लाइडर मशीन ऊंचाई से जमीन पर गिर गई थी। हादसे में इंवेंट कंपनी के दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी। जानकारी ये भी सामने आ रही है कि जिस स्थान से पावर हैंग ग्लाइडर को उड़ाया जा रहा था, उससे लगभग एक किलोमीटर दूर यह मशीन जमीन पर जा गिरी थी।
डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था
इसकी चपेट में कर्मचारी गजपाल सिंह सुरेंद्र सिंह राजपूत पाली राजस्थान और भालचंद दांगी पिता राम प्रताप भगोरा निवासी राजगढ़ आ गए। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। पर्यटन स्थल हनुवंतिया में हुए इस हादसे के बाद कलेक्टर अनय द्विवेदी ने दुर्घटना के संबंध में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए । अपर कलेक्टर नंदा भलावे कुशरे ने बताया एसडीएम पुनासा मामले की विस्तृत जांच करेंगे।