बीजापुर, 19 जनवरी :भाषाः छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 40 मैना की मृत्यु के बाद उनके नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। दो दिनों पहले बीजापुर के पड़ोसी जिले दंतेवाड़ा में बर्ड-फ्लू की पुष्टि की गई थी।
बीजापुर जिले में पशु चिकित्सा विभाग के उप निदेशक एपी दोहरे ने बताया कि जिले के नैमेड़ क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों के दौरान सुरक्षा बलों के शिविर के करीब मैना पक्षियों की मौत की जानकारी मिली थी। जानकारी के बाद मंगलवार को पशु चिकित्सा विभाग के दल को जांच के लिए भेजा गया।
दोहरे ने बताया कि विभाग को जानकारी मिली है कि नैमेड़ क्षेत्र में 40 पक्षियों की मौत हुई है। इनमें से पांच मैना के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। पक्षियों के शवों को बर्ड-फ्लू के दिशा निर्देशों के तहत दफना दिया गया है।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में बर्ड-फलू की आशंका को देखते हुए वहां संक्रमण रोधी दवाइयों का छिड़काव किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में मुर्गी पालन का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों को सतर्क कर दिया गया है तथा उनसे कहा गया है कि पक्षियों की मौत की जानकारी मिलने पर इसकी सूचना विभाग को दें।
दोहरे ने बताया कि जिले में अभी तक मुर्गी पालन केंद्रों से मुर्गियों की मौत की जानकारी नहीं मिली है। हालांकि इस बीमारी से बचाव को ध्यान में रखते हुए जिले के बाहर से मुर्गियां लाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
छत्तीसगढ़ के तीन जिलों बालोद, बस्तर और दंतेवाड़ा में बर्ड- फ्लू की पुष्टि की गई है। तीन जिलों में बर्ड-फ्लू की पुष्टि के बाद राज्य के अन्य जिलों को सतर्क कर दिया गया है।
भाषा सं संजीव
प्रशांत
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