नयी दिल्ली, 19 जनवरी (भाषा) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘रिपब्लिक टीवी’ के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी के कथित व्हाट्सऐप चैट को लेकर मंगलवार को कहा कि किसी पत्रकार को देश की सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी प्रदान करना एक ‘आपराधिक कृत्य’ है और इस मामले की जांच होनी चाहिए।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक पत्रकार को रक्षा की संवेदनशील जानकारी बालाकोट (एयर स्ट्राइक) से पहले दी जा रही है। उसी पत्रकार ने पुलवामा हमले के बाद कहा कि हमारे लिए बहुत अच्छा हुआ है। यह प्रधानमंत्री की सोच को दर्शाता है। यह सोच है कि 40 लोग मर गए और हम चुनाव जीत जाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह सूचना चार-पांच लोगों के पास होती है। इस तरह के मिशन में पायलट को आखिरी समय तक जानकारी नहीं होती है। सेना प्रमुख, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पास (संबंधित जानकारी) होती है।’’
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘इन्ही पांच लोगों में से किसी ने एक सूचना दी होगी। यह एक आपराधिक कृत्य है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह पता करना होगा कि यह सूचना किसने दी। सूचना देने और हासिल करने वाले दोनों को जेल जाना होगा। इसकी प्रक्रिया आरंभ हो जानी चाहिए, लेकिन यह प्रक्रिया आरंभ नहीं होगी क्योंकि हो सकता है कि प्रधानमंत्री ने ही सूचना दी होगी।’’
कांग्रेस नेता के मुताबिक, हवाई हमले का राजनीतिक लाभ उठाने में कुछ भी देशभक्ति जैसा नहीं है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘अगर अर्नब गोस्वामी जानते हैं, यह उनके व्हाट्स ऐप पर थी तो मुझे लगता है कि पाकिस्तानी भी जानते होंगे। यह एक आपराधिक कृत्य है और जांच शुरू होनी चाहिए।’’
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