सूरत, 19 जनवरी (भाषा) गुजरात के सूरत जिले में मंगलवार को सड़क किनारे सो रहे राजस्थान के 13 प्रवासी मजदूरों और एक साल की बच्ची समेत 15 लोगों को एक ट्रक ने कुचल दिया। हादसे में सभी की मौत हो गई है।
पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में मारे गए 15 लोगों में आठ महिलाएं और मध्यप्रदेश का एक प्रवासी मजदूर भी है। मौके पर ही उनमें से 12 लोगों की मौत हो गयी जबकि तीन अन्य ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
पुलिस के मुताबिक मृतकों में मध्यप्रदेश के 19 वर्षीय मजदूर के अलावा सभी लोग दक्षिण राजस्थान में बांसवाड़ा जिले के गांवों के निवासी थे।
पुलिस के अनुसार यह दर्दनाक वाकया सूरत से करीब 60 किलोमीटर दूर कोसांबा गांव के पास हुआ। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गन्ने से भरे एक ट्रैक्टर से टक्कर के बाद ट्रक चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। भारतीय दंड संहिता और मोटर वाहन कानून की धाराओं के तहत ट्रक ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
ट्रक ड्राइवर और वाहन का सहचालक भी दुर्घटना में घायल हो गया और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूरत की पुलिस अधीक्षक (एसपी) उषा राडा ने बताया कि ट्रक ने तड़के किम-मांडवी रोड के किनारे सो रहे मजदूरों को कुचल दिया। एसपी ने बताया, ‘‘ट्रक किम से मांडवी जा रहा था। दूसरी ओर से आ रहे गन्ने से लदे एक ट्रैक्टर से टक्कर के बाद ड्राइवर वाहन पर नियंत्रण खो बैठा।’’
उन्होंने बताया, ‘‘दुर्घटना में ट्रक के आगे की खिड़की का शीशा पूरी तरह चकनाचूर हो गया जिससे ड्राइवर देख नहीं पाया। टक्कर के कारण ट्रक सड़क के दूसरी ओर पहुंच गया और सड़क किनारे सो रहे मजदूर उसकी चपेट में आ गए।’’
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे में घायल हुए तीन लोगों का पास के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट में कहा गया, ‘‘सूरत में ट्रक हादसे में हुई मौतें दुखद हैं। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी मृतकों के परिजन के लिए दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
भाषा सुरभि अर्पणा
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