श्रीनगर, 18 जनवरी (भाषा) कश्मीर के अधिकतर स्थानों पर रविवार को न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं लोगों को शीत लहर से राहत नहीं मिली क्योंकि घाटी में पारा जमाव बिंदु से कई डिग्री नीचे ही रहा।
मौसम विज्ञान विभाग कार्यालय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के 22 जनवरी से कुछ दिन के लिए केन्द्र शासित प्रदेश को प्रभावित करने का अनुमान है।
इस महीने की शुरुआत में भारी बर्फबारी के बाद से ही कश्मीर घाटी में शीत लहर का प्रकोप जारी है। भीषण सर्दी के कारण डल झील सहित यहां कई इलाकों में पानी के स्रोत भी जम रहे हैं।
रात में अब भी तामपान शून्य से कई डिग्री नीचे दर्ज किया जा रहा है। गुलमर्ग के स्की-रिज़ार्ट को छोड़कर रविवार रात को घाटी में ठंड की स्थिति में मामूली सुधार जरूर था।
उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में कल रात तापमान शून्य से नीचे 6.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में तापमान शून्य से नीचे 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 6.8 डिग्री सेल्सियस, काजीगुंड में शून्य से नीचे 8.3 डिग्री सेल्सियस और कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 6.9 डिग्री सेल्सियय दर्ज किया गया था।
गौरतलब है कि कश्मीर में 40 दिन का ‘चिल्ला कलां’ का दौर चल रहा है। इस दौरान क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ती है और सर्दी का आलम यह रहता है कि जल आपूर्ति वाली लाइनों तक में पानी जम जाता है। यह 21 दिसम्बर से शुरू हुआ है और 31 जनवरी को समाप्त होगा।
भाषा निहारिका मनीषा
मनीषा