अहमदाबाद, 16 जनवरी (भाषा) गुजरात में कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान शनिवार को पहले दिन सुचारू रूप से चला और करीब 10,500 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया। हालांकि उम्मीद थी कि पहले दिन लगभग 16000 कर्मियों को टीका दिया जाएगा।
राज्य के टीकाकरण अधिकारी डॉ नायन जानी ने बताया, ‘ विभिन्न केंद्रों से रिपोर्टें आ रही हैं, और यह हर जगह अच्छा रहा है और कोई समस्या नहीं हुई।’
उन्होंने बताया कि दिन में 16000 से ज्यादा लोगों को टीके की खुराक देनी थी लेकिन कुछ लाभार्थी नहीं आए। यह अभियान 161 केंद्रों पर चला।
बाल चिकित्सक डॉ नवीन ठाकेर गुजरात में पहले शख्स हैं जिन्हें सबसे पहले कोविड-19 का टीका लगाया गया है। उन्हें अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में ‘कोवीशील्ड’ का टीका दिया गया। इसी अस्पताल में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने टीकाकरण अभियान की शुरुआत की है।
रूपाणी ने पहले बताया था कि ‘16000 से ज्यादा ‘ लोगों को टीका दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने दोपहर में कहा था, ‘ कार्यक्रम सफल रहा और किसी ने दुष्प्रभाव की शिकायत नहीं की… प्रक्रिया रोजाना चलेगी। ‘
राज्य की कोविड-19 कार्य बल के सदस्यों समेत कुछ प्रमुख निजी डॉक्टर शुरुआती स्वास्थ्य कर्मी रहे जिन्हें यहां सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस का टीका लगाया गया।
कोरोना वायरस पर कार्यबल और टीकाकरण अभियान के सदस्य डॉ ठाकेर ने बताया कि टीका लगवाने के करीब एक घंटे बाद भी उन्हें कोई दुष्प्रभाव महसूस नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, ‘ टीका पूरी तरह से सुरक्षित व प्रभावी है और हम कोरोना वायरस को तभी खत्म कर सकते हैं जब हम सब के टीका लगे। यह अंतिम लड़ाई की शुरुआत है। ‘
राजकोट के एक केंद्र में एक मेडिकल वाहन चालक अशोक भाई को टीके की पहली खुराक दी गई।
उन्होंने कहा कि टीका लगवाने वाला पहला शख्स बनने पर वह ‘सम्मानित ‘ महसूस कर रहे हैं और सभी लोगों को टीका लगवाना चाहिए।
भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (एमसीआई) के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर केतन देसाई अहमदाबाद में सिविल अस्पताल में टीका लगवाने वाले दूसरे व्यक्ति बने।
उन्होंने कहा, ‘ किसी को इस टीके के दुष्प्रभावों से डरना नहीं चाहिए क्योंकि यह कई परीक्षणों से गुजरा है और विशेषज्ञों ने इसे प्रमाणित किया है।’
अहमदाबाद और गांधीनगर सिविल अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षक टीके की पहली खुराकें लेने वाले स्वास्थ्य कर्मियों में रहे।
जब केंद्रों पर टीकाकरण अभियान शुरू किया गया तो कई मौजूदा और पूर्व विधायक, सांसद एवं मंत्री मौजूद रहे।
गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने पहले चरण में टीकाकरण के लिए 4.31 लाख स्वास्थ्य कर्मियों की पहचान की है। दूसरे चरण में 6.93 लाख अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को टीका दिया जाएगा, जिनमें पुलिस कर्मी आदि आते हैं। साथ में 50 साल से अधिक उम्र के लोग और पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोगों को भी टीका दिया जाएगा।
डॉ जानी ने बताया कि गुजरात को ‘कोवीशील्ड’ टीके की अबतक 5.41 लाख खुराकें मिली हैं। राज्य को ‘कोवैक्सीन’ की अबतक कोई खुराक नहीं मिली है।
भाषा
नोमान माधव
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