मुंबई, 11 जनवरी (भाषा) पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिलाने से देश में हर साल एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक गतिविधियां सृजित करने व बहुमूल्य विदेशी मुद्रा बचाने में मदद मिल सकती है। केंद्रीय पेट्रोलियम सचिव तरुण कपूर ने सोमवार को यह टिप्पणी की।
अभी देश में बेचे जाने वाले पेट्रोल में एथनॉल का हिस्सा पांच प्रतिशत से कुछ ऊपर है।
कपूर ने कहा, ‘‘हमने एक गणना की और हमारे पास जो मौजूदा कार्यक्रम हैं उसके मुताबिक हमारे पास पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिलाया जा सकता है। इसके साथ ही हम पांच हजार कम्प्रेस्ड बायोगैस संयंत्र लगाना चाहते हैं। इससे हर साल एक लाख करोड़ से अधिक की आर्थिक गतिविधियां सृजित हो सकती हैं।’’
पेट्रोलियम सचिव रिपोज एनर्जी और टाटा मोटर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह दुनिया जीवाश्म ईंधन से दूरी बनाने के लिये ऊर्जा के नये स्रोतों को अपना रही है, भारत में भी ऐसा एक बदलाव चल रहा है। हालांकि, अभी देश को अधिक ऊर्जा की जरूरत है, ऐसे में बदलाव कोयला से तेल या गैस की ओर हो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि भारत को अक्षय ऊर्जा और गैस की ओर बढ़ना है, तो यह देखना होगा कि देश के भीतर क्या उत्पादन हो सकता है। यह वह जगह है, जहां जैव ईंधन और सौर ऊर्जा बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है।’’
भाषा
सुमन महाबीर
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