भोपाल, 10 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के 13 जिलों के कौओं के नमूनों में बर्ड फ्लू के एच5एन8 प्रकार का संक्रमण पाया गया है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी ।
मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को बताया, ‘‘मध्यप्रदेश में अब तक 13 जिलों – इंदौर, मंदसौर, आगर मालवा, नीमच, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगौन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर एवं विदिशा – में कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।’’
उन्होंने बताया कि 9 जनवरी तक 27 जिलों से लगभग 1100 कौओं एवे जंगली पक्षियों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है।
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से 32 नमूने राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को जांच हेतु भेजे गए हैं।
उन्होंने कहा कि आगर मालवा जिले में कुक्कुट बाजार के दुकानों से लिए गये एक नमूनों में बर्ड फ्लू वायरस पाए जाने के दृष्टिगत जिले में कुक्कुट बाजार को सतर्कता एवं सावधानी की दृष्टि से शनिवार से आगामी सात दिवस तक बंद कर दिया गया है।
अधिकारी ने बताया कि इस संक्रामक बीमारी की रोकथाम के लिए आगर मालवा जिले में मुर्गियों को मार कर दफनाने एंव अंडों के विनिष्टीकरण की मुहिम जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है।
इसके अलावा, कुछेक दिन पहले इंदौर और नीमच जिले में बर्ड फ्लू से प्रभावित क्षेत्र के आसपास कुक्कुट बाजार को सतर्कता एवं सावधानी की दृष्टि से अगले सात दिनों के लिये बंद किया गया है तथा इन दोनों जिलों में भी दिशानिर्देशों के अनुसार अनुसार मुर्गियों को मार कर दफनाने एंव अंडों के विनिष्टीकरण की मुहिम की जा रही है।
प्रदेश में सबसे पहले इंदौर में बर्ड फ्लू की आहट 29 दिसंबर, 2020 को सुनाई पड़ी थी, जब रेसीडेंसी क्षेत्र के डेली कॉलेज परिसर में करीब 50 कौए मृत पाए गए थे। अधिकारियों के मुताबिक पशु चिकित्सा विभाग ने इनमें से दो कौओं के शव परीक्षण (ऑटोप्सी) के दौरान नमूने लेकर भोपाल के एक प्रयोगशाला में इनकी जांच कराई, तो इनमें बर्ड फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई थी।
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के छह जिलों सीहोर, बालाघाट, दमोह, उज्जैन, बैतूल एवं भिण्ड से राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को भेजे गए नमूनों में बर्ड फ्लू वायरस नहीं पाया गया है।
उन्होंने कहा कि कुक्कुट पालकों में अनावश्यक भ्रम या भय की स्थिति उत्पन्न न होने देने तथा अफवाहों से सावधान रहने तथा कुक्कुट उत्पादों के उपयोग के संबंध में तथ्यात्मक जानकारी प्रदान करने हेतु निर्देश जारी किए गए हैं। समस्त जिलों में रोग नियंत्रण की कार्यवाही भारत सरकार के परामर्श के अनुसार की जा रही है।
भाषा रावत रंजन
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