जम्मू, छह जनवरी (भाषा) जम्मू कश्मीर में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ट्रांसपोर्टरों द्वारा की गई दिन भर की हड़ताल से बुधवार को यहां आम जनजीवन प्रभावित रहा और यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में मुश्किलों को सामना करना पड़ा।
ऑल जम्मू-कश्मीर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने यात्री किराये में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी, टोकन कर, यात्री कर, नवीकरण शुल्क और जुर्मानों से छूट समेत अपनी विभिन्न मांगों के लेकर लखनपुर से कश्मीर तक हड़ताल का आह्वान किया था।
अधिकारियों ने कहा कि हड़ताल के दौरान जम्मू और अन्य जगहों पर ट्रांसपोर्टरों ने चालकों और परिचालकों के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है और प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से वापस चले गए।
एसोसिएशन के अध्यक्ष टी एस वजीर ने कहा, “कोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च से ट्रांसपोर्टरों को काफी नुकसान हुआ है। लॉकडाउन और सरकार से सहायता नहीं मिलने के कारण बहुत से ट्रांसपोर्टर दिवालिया हो गए।”
उन्होंने कहा कि प्रशासन के “अड़ियल रवैये” के कारण उसके खिलाफ ट्रांसपोर्टरों में काफी आक्रोश है।
वजीर ने कहा, “केंद्रीय पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सभी दस्तावेजों की वैधता 31 मार्च 2021 तक बढ़ा दी है लेकिन जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रशासन नवीकरण के समय सभी दस्तावेजों पर जुर्माना लगा रहा है।”
इस बीच कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने ट्रांसपोर्टरों की इस हड़ताल का समर्थन करते हुए प्रशासन से उनकी मांगें मानने का अनुरोध किया।
भाषा
प्रशांत पवनेश
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