Image credit: twitter @vishvasSarang
भोपाल: कोरोना वायरस का टीका लगाने को लेकर आज भोपाल में भी ड्राय रन शुरू हो चुका है। इसी प्रक्रिया में भोपाल के तीन केंद्रों में भी dry-run का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज सुबह से चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग भी गोविंदपुरा टीआईटी के पास स्थित आरोग्यम केंद्र, वेक्सीन ड्राय रन का निरीक्षण करने पहुंचे और वहां पर उन्होंने ड्राई रन का निरीक्षण किया। नीरिक्षण के दौरान उनके साथ भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया भी मौजूद रहे।
आज ITI के पास स्थित आरोग्यम केंद्र में कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई रन का निरीक्षण किया।
वैक्सीनेशन के लिए सारी सुविधाएं चाक चौबंद हैं।
प्रदेश में टीकाकरण का रोडमैप पूरी तरह से तैयार है#MPFightsCorona #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/pJQkqIpE3h
— विश्वास कैलाश सारंग (@VishvasSarang) January 2, 2021
भोपाल के इन तीन केंद्रों में dry-run
भोपाल में सिविल डिस्पेंसरी गोविंदपुरा, कोलार में जेके अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) गांधी नगर में 25-25 हेल्थ वर्कर को बुलाया गया है। इसमें व्यक्ति को इंजेक्शन नहीं लगाया गया, लेकिन इसके अलावा पूरी प्रक्रिया अपनाई गई। इसका मकसद टीकाकरण के दौरान बिना गलती के समय पर वैक्सीन लगाए जाने का है।
बता दें कि, रिहर्सल पूरी तरह से असली टीका लगाने जैसी ही रही। एक दिन पहले ड्राई रन और वास्तविक वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य आयुक्त संजय गोयल ने जेपी अस्पताल में अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
क्या है ड्राई रन?
ड्राई रन का मतलब ये है कि पूरे टीकाकरण प्रोसेस की मॉक ड्रिल होगी, जो की पूरे देश में की जा रही है। यानी सबकुछ वैसा ही होगा जैसा टीकाकरण अभियान में होने वाला है, सिवाय वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के। ड्राई ट्रायल में किसी को भी टीका नहीं लगाया गया। सांकेतिक रूप से लाभार्थी को समझाते हुए सिर्फ इंजेक्शन उनके कंधे के पास तक ले जाया गया। वैक्सीन की रियल-टाइम मॉनिटरिंग को भी परखा जाएगा। इस दौरान इंजेक्शन लगाने वाले अधिकारी ने लाभार्थी को टीका के संबंध में पूरी जानकारी देने के साथ ही उसे टीका लगने के बाद आने वाली समस्याओं के बारे में बताया। कुल मिलाकर इसका मकसद इसमें लगने वाले समय को मॉनिटर करना है।