शिवपुरी। प्रदेश के शिवपुरी जिले के सहकारी बैंक से करोड़ों के घोटाले की खबरों के बाद बैंक के चार मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) समेत 14 कर्मचारियों निलंबित कर दिया है। आरोप है कि किसानों के नाम पर फर्जी ऋण की राशि में करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया है। मामले की जानकारी मिलने के बाद जांच की गई थी। जांच के बाद ही यह फैसला लिया गया है। जांच के बाद बैंक के 14 कर्मचारियों और अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। निलंबित होने वाले कर्मचारियों में सहकारी बैंक शिवपुरी में पूर्व में पदस्थ रहे मुख्य कार्यपालन अधिकारी एएस कुशवाह, डीके सागर, वायके सिंह और वर्तमान में पदस्थ्य लता कृष्णन शामिल हैं। बता दें कि शिवपुरी जिला सहकारी बैंक में गबन का मामला सामने आने पर सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने 13 सदस्यीय समिति बनाकर जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद से यह समिति लगातार इस मामले की जांच कर रही थी। इसमें गड़बड़ी के सभी पहलुओं और उससे जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों की भूमिका की जांच कराई गई थी। समिति ने एक माह में जांच करके प्रतिवेदन दिया। इसके आधार पर बैंक में 2006 से 2020 तक मुख्य कार्यपालन अधिकारी पद पर रहे चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
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