ग्वालियर। मध्यप्रदेश में डेंगू का प्रकोप लगातार जारी है। अब ग्वालियर में डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़ने लगे हैं। बीते 24 घंटे में यहां डेंगू के 17 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद जिले में डेंगू मरीजों संख्या बढ़कर 155 हो गई है। वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा द्वारा बताया गया कि जिले में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिसके लिए अब भोपाल से टीम ग्वालियर आ रही है। जो ग्वालियर स्वास्थय विभाग की टीम का डेंगू की रोकथाम में सहयोग करेगी। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा द्वारा बताया गया कि डेंगू की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में नगर निगम की टीम भी फॉगिंग कर रही है।
मध्य प्रदेश: ग्वालियर में डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा ने बताया, ''अभी तक डेंगू के 155 मामले आ चुके हैं। कल भी 17 मामले सामने आए थे। कल भोपाल से टीम आ रही है जो हमारा सहयोग करेगी। नगर निगम की टीम भी फॉगिंग कर रही है।'' (24.09) pic.twitter.com/yBh78bZrX1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 25, 2021
इंदौर में भी डेंगू का प्रकोप
ग्वालियर के साथ इंदौर में भी डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यहां शुक्रवार को डेंगू के 17 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें 2 बच्चे भी शामिल है। बता दें कि डेंगू के 17 नए मामले सामने आने के बाद यहां कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 361 हो गई है। जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 21 है। वहीं 8 मरीज ऐसे हैं जिनका उपचार अभी अस्पताल में चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों के मुताबिक डेंगू की रोकथाम के लिए मच्छरों व उनके लार्वा को नष्ट करने का अभियान चलाया जा रहा है।
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू चार किस्मों के वायरस के संक्रमण से फैलता है। यह वायरस मादा एडीस मच्छर के काटने से शरीर में फैल जाता है। डेंगू केवल गंदे पानी ही नहीं बल्कि साफ पानी में भी फैलता है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के फैलने का खतरा बना रहता है।यह एक वायरस से होता है इसलिए इसकी कोई दवा या एंटीबायटिक नहीं है। डेंगू की चपेट में आने के बाद लोगों को तेज बुखार के साथ नाक बहना, खांसी, आखों के पीछे दर्द, जोड़ों के दर्द और त्वचा पर हल्के रैश जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों के साथ ही कई बार लाल और सफेद निशानों के साथ पेट खराब, जी मिचलाना, उल्टी जैसी शिकायत भी इसमें देखने को मिलती है।