वाशिंगटन। अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक की प्रतीक्षा कर रहे हैं और इस दौरान दोनों नेताओं के कोविड-19 और जलवायु परिवर्तन से मुकाबला, आर्थिक सहयोग व अफगानिस्तान सहित प्राथमिकता वाले कई मुद्दों पर चर्चा करने की उम्मीद है।
दोनों नेताओं की पहले भी मुलाकात हुयी है लेकिन उस समय बाइडन देश के उपराष्ट्रपति थे और जनवरी में अमेरिका के 46 वें राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहला मौका है जब बाइडन और मोदी की मुलाकात होगी। बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद, दोनों नेताओं की कई बार फोन पर बातचीत हुयी है और उन्होंने कुछ डिजिटल शिखर सम्मेलनों में भी भाग लिया है।
इनमें मार्च में अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा आयोजित क्वाड बैठक भी शामिल है। पहली बाइडन-मोदी बैठक की तैयारियों से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘राष्ट्रपति बाइडन क्वाड शिखर सम्मेलन (बाद में दिन में आयोजित होने वाले) से पहले शुक्रवार सुबह ओवल कार्यालय में प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक को लेकर उत्सुक हैं।
नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, “हम महामारी प्रतिक्रिया, जलवायु परिवर्तन के संबंध में उनकी प्रतिक्रिया सहित कई प्राथमिकता वाले मुद्दों को शामिल करेंगे… हम प्रौद्योगिकी से जुड़े मुद्दों, आर्थिक सहयोग और व्यापार के साथ ही अफगानिस्तान के बारे में भी बातचीत करेंगे। ”
अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद से भारत कहता रहा है कि उसका ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि युद्धग्रस्त देश की धरती का इस्तेमाल उसके खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं किया जाए।
भारत-अमेरिका द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर अधिकारी ने बताया कि बातचीत के मुद्दों में सहयोग के नए क्षेत्रों के बारे में चर्चा भी शामिल है। मोदी ने बुधवार को रवाना होने से पहले कहा था कि अपनी यात्रा के दौरान वह राष्ट्रपति बाइडन के साथ भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करेंगे तथा आपसी हित से जुड़े क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने यात्रा से पहले कहा था कि मोदी और बाइडन की बैठक में द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को और मजबूत बनाने, रक्षा और सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने तथा रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है।
बाइडन और मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अमेरिका में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू सहित वरिष्ठ अधिकारियों के भी शामिल होने की संभावना है।
द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के बाद, बाइडन दोपहर में क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए व्हाइट हाउस में फिर से मोदी का स्वागत करेंगे। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा भी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।