विशाखापत्तनम। आपने ईश्वर के कई चमत्कार देंखे और सुने होंगे। इतिहास भरा पड़ा है परम पिता परमेश्वर के चमत्कारों से लेकिन कुछ लोग इसे ये कह कर नकार देते हैं कि ये तो स्वाभाविक है, या सृष्टि चक्र है औऱ कुछ मानते हैं कि इस संसार में ईश्वर की मर्जी के बिना कुछ नहीं होता। हमने ऐसे ही कई हादसे देंखे है जिसमें भीषण दुर्घटना के बाद भी खरोंच भी नहीं आती तो यह सब ईश्वरीय चमत्कार नहीं है तो क्या है। आज हम आपको ऐसे ही चमत्कार के बारे में बताने जा रहे है जो आंध्रप्रदेश में घटित हुआ। आंध्रप्रदेश में दो साल पहले एक नौका दुर्घटना में अपनी जुड़वां बेटियों को खोने वाले एक दंपति के घर एक बार फिर जुड़वां बेटियों का जन्म हुआ है।
क्या है पूरा मामला
टी अप्पाला राजू और भाग्यलक्ष्मी के घर जुड़वां बेटियों का जन्म ठीक उसी दिन हुआ, जिस दिन दंपति की दो बेटियों की मौत नौका दुर्घटना में हो गई थी। दो साल पहले 15 सितंबर, 2019 को गोदावरी नदी में हुए नौका हादसे में अपनी दोनों बेटियों को खोने वाले आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम शहर निवासी राजू और भाग्यलक्ष्मी का जीवन बेहद गमगीन हो गया था, लेकिन एक बार फिर जुड़वां बेटियों का जन्म होना उनके लिए ईश्वर का एक वरदान की तरह है।
मंदिर जाते समय हुआ था हादसा
भाग्यलक्ष्मी ने जुड़वां बेटियों के जन्म पर मुस्कुराते हुए कहा, ‘हम बहुत खुश और धन्य हैं। यह सब भगवान की कृपा है।’ दो साल पहले राजू की मां अपनी दोनों पोतियों को साथ लेकर नौका से तेलंगाना के भद्राचलम स्थित भगवान राम के मंदिर जा रहीं थीं, तभी यह हादसा हुआ था। कांच निर्माण इकाई में काम करने वाली भाग्यलक्ष्मी और उनके पति ने बच्चों के लिए पिछले साल शहर के एक फर्टिलिटी सेंटर से संपर्क किया था, लेकिन कोविड-19 के कारण उनके प्रयास विफल रहे थे। लेकिन इस वर्ष किस्मत ने उनका साथ दिया और आईवीएफ प्रक्रिया के जरिए 15 सितंबर 2021 को उनकी जुड़वां बेटियों का जन्म हुआ।