जबलपुर। प्रदेश में लगातार डेंगू का कहर बरस रहा है। रोजाना दर्जनों मरीज सामने आ रहे हैं। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले ही डेंगू ने तबाही मचाना शुरू कर दी है। प्रदेश के सभी जिलों में डंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। इस साल प्रदेश में अब तक 2400 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। वहीं जबलपुर में डेंगू की चपेट में आने से एक महिला की आरक्षक की मौत हो गई है। जबलपुर की महिला आरक्षक उषा तिवारी बीते दिनों डेंगू की चपेट में आ गई थी।
डेंगू की चपेट में आने के बाद एक निजी अस्पताल में वह अपना इलाज करा रही हैं। शनिवार की देर शाम को उषा की मौत हो गई। उषा की मौत के बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर है। जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने उषा के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी। बता दें कि प्रदेश में लगातार डेंगू का कहर बरस रहा है। रोजाना दर्जनों मरीज सामने आ रहे हैं। प्रदेश में इस साल 2400 से ज्यादा मरीज डेंगू की चपेट में आ चुके हैं।
सैकड़ों मरीज आए सामने
मध्य प्रदेश में इस साल अब तक डेंगू के 2,400 से अधिक मामले आए हैं जिनमें से वर्तमान में 95 मरीजों का राज्य के विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हिमांशु जायसवार ने बताया कि अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की भर्ती दर लगभग 20 फीसदी है। उन्होंने कहा, इस साल एक जनवरी से अब तक मध्य प्रदेश में 2,400 से ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं।
जायसवार ने बताया कि इस साल मंदसौर जिले में सबसे ज्यादा 800 लोग डेंगू की चपेट में आए हैं जिनमें से 150 को अस्पतालों में भर्ती कराया गया। अधिकारी ने कहा कि इसके बाद दूसरे नंबर पर जबलपुर जिले में डेंगू के 325 मामले सामने आए हैं, जबकि बाकी मामले राज्य की राजधानी भोपाल, इंदौर, आगर मालवा एवं रतलाम जिलों सहित अन्य क्षेत्रों में सामने आए हैं।उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस साल अब तक डेंगू से चार लोगों की मौत हुई है जो अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे।