जम्मू। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को विस्थापित Rahul Gandhi Jammu Kashmir कश्मीरी पंडितों से कहा कि वह और उनका परिवार इसी समुदाय से आता है तथा उन्हें हरसंभव सहायता मुहैया कराने का वादा किया। उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर आरोप लगाया कि वे जम्मू-कश्मीर की समग्र संस्कृति को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं और कहा कि दोनों संगठन केंद्र शासित प्रदेश के लोगों में प्यार एवं भाईचारे को ‘‘खत्म’’ कर रहे हैं।
गांधी ने जम्मू के दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन यहां कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने Rahul Gandhi Jammu Kashmir अपने कश्मीरी भाइयों से कहा कि मैं आपकी मदद करके दिखाऊंगा। मैं झूठ नहीं बोलता।’’
Some glimpses of the welcoming of Shri Rahul Gandhi Ji by JKPCC & JKPYC leaders at the office bearers Sammelan in Jammu today. pic.twitter.com/STnSeKTWFA
— J&K Youth Congress (@IYCJammuKashmir) September 10, 2021
उन्होंने कहा कि वह खुद ही कश्मीरी पंडित समुदाय से आते हैं और Rahul Gandhi Jammu Kashmir उनके दर्द को महसूस करते हैं। गांधी ने कहा, ‘‘आज सुबह कश्मीरी पंडित भाइयों का प्रतिनिधिमंडल आया था। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जब मुझसे बात कर रहे थे तो मेरे दिमाग में यह बात आई कि मैं भी इसी समुदाय का हिस्सा हूं।’’
उन्होंने कहा कि उनका परिवार कश्मीरी पंडित समुदाय से है। Rahul Gandhi Jammu Kashmir क्षेत्र में 1990 के दशक में आतंकवाद फैलने के तुरंत बाद कश्मीरी पंडित कश्मीर घाटी से पलायन कर जम्मू एवं राज्य के अन्य हिस्सों में चले गए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीरी पंडितों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुझे बताया कि 25 लाख रुपये Rahul Gandhi Jammu Kashmir मुआवजा देने का वादा पूरा नहीं किया गया है। कांग्रेस ने कश्मीरी पंडितों के लिए मुआवजे की घोषणा की थी।’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि जब भी वह जम्मू-कश्मीर आते हैं तो यहां घर जैसा महसूस होता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने श्रीनगर में कहा था कि जब भी मैं जम्मू-कश्मीर आता हूं तो यहां घर जैसा Rahul Gandhi Jammu Kashmir महसूस करता हूं। कल मैं माता वैष्णो देवी मंदिर में पूजा करने गया था और मुझे घर जैसा लगा।’’
गांधी ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर राज्य था लेकिन अब यह केंद्र शासित प्रदेश बन गया है और मेरे परिवार से इसका बहुत पुराना नाता है।’’ केंद्र सरकार ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त कर दिया था और इसे दो केंद्र Rahul Gandhi Jammu Kashmir शासित प्रदेशों — जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में बांट दिया था।