लखनऊ। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या Mathura Vrindavan और शिव की नगरी काशी (वाराणसी) के विकास की कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा-वृंदावन नगर निगम क्षेत्र के 22 वार्डों को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किया। उत्तर प्रदेश शासन के धर्मार्थ कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने शुक्रवार को इसका आदेश जारी कर दिया।
अवस्थी के आदेश के अनुसार ” मथुरा एवं वृंदावन भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली एवं क्रीड़ा स्थली है। Mathura Vrindavan मथुरा एवं वृंदावन को पवित्र स्थल मानते हुए देश एवं विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने एवं पुण्य लाभ हेतु आते हैं। उक्त तीर्थ स्थलों की पौराणिक महत्ता है एवं पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।’’
अवस्थी के मुताबिक, ‘‘ उत्तरप्रदेश राज्य के नगर निगम Mathura Vrindavan मथुरा-वृंदावन के 22 वार्डों के अधिसूचित क्षेत्र को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किया गया है। जिन वार्डों को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किया गया है उनके नाम घाटी बहाल राय, गोविंद नगर, मंडी रामदास, चौबिया पाडा, द्वारिकापुरी, नवनीत नगर, वनखंडी, भरतपुर गेट, अर्जुनपुरा, हनुमान टीला, जगन्नाथपुरी, गऊघाट, मनोहरपुर, बैरागपुरा, राधानगर, बदरीनगर, महाविद्या कॉलोनी, कृष्णा नगर प्रथम, कृष्णानगर द्वितीय, कोयला गली, दम्पियर नगर और जयसिंह पुरा हैं।’’
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने और Mathura Vrindavan मथुरा और आसपास के इलाकों के विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का भी गठन किया है। सरकार ने अयोध्या और काशी के विकास के लिए पर्यटन की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन शुरू किया है।